रामपुर में पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कॉलेज बनाने की कवायद शुरू
रामपुर में पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कॉलेज बनाने की कवायद शुरू
जागरण संवाददाता, रामपुर : सब कुछ ठीक रहा तो आने वाले समय में शहर के लोगों को गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। लंबे समय से चली आ रही मेडिकल कॉलेज की जरूरत पूरी होने की उम्मीद जगी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 16 जिलों में पीपीपी मॉडल (गैर-सरकारी भागीदारी योजना) पर मेडिकल कॉलेज खोले जाने पर अमल शुरू कर दिया है। इन 16 जिलों में रामपुर भी शामिल है। मेडिकल कॉलेज के लिए लोग आगे आने लगे हैं। जर्मनी के एक एनआरआइ ने भी मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए इच्छा जताई है।
केंद्र सरकार के आम बजट में पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कॉलेज खोलने का प्रस्ताव रखा गया था। इसे लेकर प्रदेश सरकार गंभीर हो गई है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को इसके लिए गाइड लाइन तैयार करने के निर्देश दिए हैं। केंद्र सरकार के बजट के मुताबिक यह मेडिकल कॉलेज ऐसे जिलों खोले जाएंगे, जहां वर्तमान में मेडिकल कॉलेज की सुविधा नहीं है। यदि रामपुर में मेडिकल कॉलेज खुलता है तो इससे शहर के लोगों को काफी सुविधा होगी। वर्तमान में यहां हृदय रोग, कैंसर रोग आदि गंभीर बीमारियों के इलाज की कोई सुविधा नहीं है। इसके लिए लोग मुरादाबाद, बरेली से लेकर लखनऊ और दिल्ली तक दौड़ते हैं। जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह ने बताया कि यहां मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए लोग आगे आ रहे हैं। यहां के व्यक्ति काफी समय से जर्मनी में रहते हैं। वह एनआरआइ हैं। उन्होंने यहां मेडिकल कॉलेज खोलने की इच्छा जताई है।