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बैराज से छोड़ा आठ हजार क्यूसेक पानी, फसल डूबी

जागरण संवाददाता स्वार रामनगर बैराज से आठ हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने से क्षेत्र के कई

By JagranEdited By: Published: Sat, 04 Jul 2020 11:38 PM (IST)Updated: Sat, 04 Jul 2020 11:38 PM (IST)
बैराज से छोड़ा आठ हजार क्यूसेक पानी, फसल डूबी
बैराज से छोड़ा आठ हजार क्यूसेक पानी, फसल डूबी

जागरण संवाददाता, स्वार: रामनगर बैराज से आठ हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने से क्षेत्र के कई किसानों की फसलें जलमगन हो गई हैं। जिससे किसानों के चेहरों पर बल पड़ गए हैं। उन्हें अब कोसी नदी में बाढ़ की चिता सताने लगी है। इसको लेकर उप जिलाधिकारी ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया है।

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क्षेत्र के फाजलपुर, धनौरी, मधुपुरी, बंदरपुरा, मिलक काजी, सोनकपुर, खेमपुर, फरीदपुर, रसूलपुर, पासियापुरा आदि लगभग दर्जन भर गांवों को हर वर्ष कोसी नदी में आने वाली बाढ़ का दंश झेलना पड़ता था। इससे बचाने के लिए सरकार ने 14 करोड़ की लागत से लालपुर से लेकर मुंशीगंज तक बांध का निर्माण करवाया था। लेकिन, लोक निर्माण विभाग की लापरवाही के चलते यह बांध जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो गया है। अब बारिश भी सिर पर मौजूद है। लेकिन, विभागीय अधिकारी इस समस्या के प्रति पूरी तरह लापरवाह बने हुए हैं। शुक्रवार की रात उत्तराखंड के रामनगर बैराज से आठ क्यूसेक पानी छोड़ दिया गया। इससे नदी किनारे की तमाम फसलें जलमग्न हो गई हैं। इससे किसानों के चेहरों पर बाढ़ की आशंका के चलते चिता की लकीरें दिखाई देने लगी हैं। उप जिलाधिकारी राकेश कुमार गुप्ता ने तहसीलदार रणविजय सिंह के साथ गांव पहुंच कर बांध का जायजा लिया। उन्होंने लेखपालों को आवश्यक निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने बताया कि लोक निर्माण विभाग को अवगत करा कर बांध की मरम्मत करवाई जाएगी।


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