ईद के दिन रोजेदारों पर अल्लाह का खास करम
रामपुर : जिलेभर में ईद उल फितर की नमाज शांतिपूर्वक संपन्न हो गई। इस दौरान ईदगाहें नमाजि
रामपुर : जिलेभर में ईद उल फितर की नमाज शांतिपूर्वक संपन्न हो गई। इस दौरान ईदगाहें नमाजियों से खचाखच भर गईं। नमाज के बाद सभी ने मुल्क व मिल्लत की खुशहाली के लिए दुआ की। इसके बाद लोगों ने एक-दूजे से गले मिलकर मुबारकबाद पेश की। यह सिलसिला देर शाम तक चलता रहा। शहर काजी सैयद खुशनूद मियां ने कहा ईद के दिन रोजेदारों पर अल्लाह का खास करम होता है। वह ईदगाह में लोगों को खिताब कर रहे थे।
शनिवार को सुबह से ही लोग ईद की नमाज की तैयारियों में जुट गए। दिन निकलते ही नए कपड़े पहनकर ईदगाह की ओर चल दिए। शहर की ईदगाह में ईद उल फितर की नमाज सात बजे शहर काजी ने अदा कराई। इस दौरान उन्होंने कहा कि ईद की खुशी जितनी एक रोजेदार को होती है, यह सिर्फ एक सच्चा मोमिन ही जानता है। बोले, जिन्होंने अल्लाह की इबादत की और रोजे रखे अल्लाह ईद के दिन उन बंदों पर अपना खुशूसी करम रखता है। कहा अगर अपने घरों में अमन और सुकून रखना है, तो अपनी मस्जिदों और मदरसों को आबाद रखो। बोले दुनियां की इज्जत दुनिया तक ही काम आएगी, लेकिन दीन की हासिल की हुई इज्जत दीन व दुनियां दोनों में काम आएगी। हाफिज का मर्तबा बुलंद होता है। अल्लाह इसकी बरकत से हाफिज के मां-बाप के साथ उसके खानदान की मगफिरत फरमाता है। उन्होंने मुसलमानों से दीन के रास्ते पर ¨जदगी गुजारने की ताकीद की। कहा आज का खुशगवार मौसम और यह ठंडी हवाएं अल्लाह की तरफ से रोजेदारों के लिए रहमत है। इस दौरान मुल्क व मिल्लत की खुशहाली के लिए दुआ की गई। नमाजियों की बढ़ी तादात के चलते ईदगाह कम पड़ गई।
इसके चलते लोगों ने सड़कों, रास्तों और छतों पर नमाज अदा की। बाद में लोगों ने एक दूसरे से गले मिलकर की मुबारकबाद पेश की। यह सिलसिला सारे दिन चलता रहा।शहर की जामा मस्जिद में 7.30 बजे ईद की नमाज हुई। शहर के अलावा कस्बों और गांवों में भी ईद उल फितर का त्योहार हर्सोल्लास के साथ मनाया गया। ईद का एलान होते ही लोगों ने अपने अजीजों, रिश्तेदारों को मोबाइल से मुबारकबाद पेश की।
ज्यादातर लोगों ने ईद की नमाज ईदगाह में अदा की। जहां पर ईदगाह नहीं है, उन्होंने मस्जिदों में नमाज अदा की। मस्जिदें और ईदगाह नमाजियों से भर गईं।
सैदनगर के लालपुर, काशीपुर,केसरपुर, खौद, नगलिया आकिल, मुरसेना, दिलपुरा, खेमपुर, देवरनिया, समोदिया, हरदासपुर, शादीनगर, रसूलपुर, खंडिया, रजानगर, बिजड़ा, गो¨वदपुरा, ह़कीमगंज, खरदिया, मिलक असद खां, बिजरखाता, समोदिया, रुस्तमनगर, लखीमपुर, पैगंबरपुर, मधुपुरी, सोनकपुर, फरीदपुर,रसूलपुर, नानकार रानी, देवरनिया, सराबा, इमरता, करनपुर एवं परचई आदि समेत सभी गांवों में ईद की नमाज अमन व अमान के साथ अदा की गई। मिलक काजी में मौलाना अख्तर अली, समोदिया में हाफिज असगर अली ने नमाज अदा कराई। इस दौरान मौलाना ने कहा कि रमजान का महीना मोमिन के लिए रहमत का महीना होता है। इस महीने में इबादत का सबाब बढ़ा दिया जाता है। इस महीने में अल्लाह रोजेदारों पर खास रहमतें और नेमतें अता फरमाता है। ईद के दिन अल्लाह रोजेदारों को इनाम अता फरमाता है। इस दौरान रोजे की फजीलत बयान की गई।
शादीनगर के मौलाना मकसूद रजा ने कहा कि रोजे की अहमियत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसका बदल अल्लाह खुद रोजेदार को अता फरमाता है।