कार्यो में लापरवाही किसी भी स्तर पर नहीं करेंगे बर्दाश्त
रामपुर जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार मांदड़ ने तहसील सदर के ग्राम मड़ैयान उदयराज और दनियापुर में निगरानी समिति के सदस्यों के साथ बैठक की।
रामपुर : जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार मांदड़ ने तहसील सदर के ग्राम मड़ैयान उदयराज और दनियापुर में निगरानी समिति के सदस्यों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने गांव में दस्तक अभियान के दौरान कोविड अथवा कोविड जैसे लक्षण वाले चिन्हित संक्रमितों को मेडिसिन किट की उपलब्धता, सैनिटाइजेशन, राशन वितरण, मनरेगा के तहत रोजगार आदि के बारे में निगरानी समिति और ग्रामीणों से बातचीत की। इस दौरान ग्राम मड़ैयान उदयराज क्षेत्र में स्थित तालाब पर अवैध कब्जे के मामले में उन्होंने नाराजगी जताई। इस मामले में कार्य में लापरवाही बरतने पर संबंधित लेखपाल और ग्राम पंचायत सचिव को प्रतिकूल प्रविष्टि जारी करने के निर्देश दिए। कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के विकास एवं शासन के निर्देशों के अनुसार कार्यों में लापरवाही किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उन्होंने कहा कि सरकारी संपत्तियों के रखरखाव एवं सौंदर्यीकरण की जिम्मेदारी ग्रामीण स्तर पर लेखपाल एवं सचिव की संयुक्त रूप से होती है। निरीक्षण में अभिलेखों में दर्ज तालाब की भूमि पर अवैध रूप से कब्जा मिलने से प्रतीत होता है कि कर्मचारियों द्वारा इस संबंध में संवेदनशीलता नहीं दिखाई। उन्होंने अवैध कब्जेदार के विरुद्ध एफआइआर दर्ज कराते हुए तत्काल तालाब की भूमि को अवैध कब्जा मुक्त कराने के निर्देश दिए।
ग्रामीणों के साथ बातचीत के दौरान उन्होंने राशन वितरण व्यवस्था के बारे में मालूम किया। कहा कि यदि राशन वितरण में अनियमितता बरती गई तो कोटेदार के विरुद्ध एफआइआर दर्ज कराने की कार्यवाही की जाएगी।
गांव में कोविड-19 से संक्रमित होने के बाद स्वस्थ हुए लोगों के दरवाजे पर पहुंचकर उन्होंने उनसे स्वास्थ्य का हालचाल जाना तथा स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा की जाने वाली मॉनिटरिग के बारे में भी पूछताछ की। परिवार ने बताया कि कंट्रोल रूम के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग से भी लगातार मॉनिटरिग की जाती रही है और उन्हें किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना नहीं करना पड़ा है।
गांव की महिलाओं ने पेंशन के बारे में भी जिलाधिकारी से कहा। इस पर डीएम ने सचिव को निर्देशित किया कि वे महिलाओं की पेंशन संबंधी समस्याओं का सर्वोच्च प्राथमिकता से समाधान कराएं।
दानियापुर स्थित प्रशिक्षण केंद्र परिसर में आयोजित निगरानी समिति की बैठक में भी जिलाधिकारी ने ग्राम प्रधान के नेतृत्व में निगरानी समिति को सक्रियता पूर्वक कार्य करने के निर्देश दिए। इसके बाद डीए ग्राम मड़ैयान उदय राज और दनियापुर क्षेत्र के अंतर्गत तालाब पर पहुंचे जहां खोदाई का कार्य किया जा रहा था। उन्होंने खोदाई करने वाले श्रमिकों से बातचीत की तथा कहा कि ऐसे लोग जो बाहर से वापस अपने घरों को आए हैं तथा मनरेगा के अंतर्गत काम करना चाहते हैं, उन्हें निर्धारित प्रक्रिया के तहत रोजगार के अवसर प्रदान किए जाएं।
इस मौके पर उपजिलाधिकारी सदर सचिन राजपूत, जिला विकास अधिकारी कमलेश सचान, जिला पंचायत राज अधिकारी वीरेंद्र सिंह, तहसीलदार सदर प्रमोद कुमार आदि मौजूद रहे।