बिजली बिल माफ और लोन पर तीन महीनों का ब्याज माफ करने की मांग
साथ ही लाकडाउन में बंद रहे कारखानों एंव प्रतिष्ठानों का बिल माफ किया जाए जिससे उन्हें राहत मिल सके।
जागरण संवाददाता, रामपुर : भारतीय व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष गौरव अग्रवाल ने कहा है कि व्यापारी वर्ग आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। कोरोना काल में लॉकडाउन के चलते सभी कारोबार पूरी तरह बंद रहे, जिस कारण संकट की स्थिति उत्पन्न हो गई। उधर सरकार द्वारा लगातार बिजली माफी एवं बैंक ऋण में ब्याज न लेने का वादा करते हुए व्यापारियों को आश्वासन दिया गया था कि उद्योगों और व्यापारियों का तीन महीनों का बिल माफ कर दिया जाएगा। इसके बाद भी लॉकडाउन के पश्चात एकमुश्त बिल भेजा गया। वहीं बैंकों द्वारा भी व्यापारियों द्वारा लिए गए लोन की किस्त लाकडाउन के समय रोक दी गई। अब छह माह की इकट्ठी किस्त जमा करने का दबाव बनाया जा रहा है। यह तरीका ठीक नहीं है। हर सरकार किसान की बात तो करती है। लेकिन, व्यापारियों पर कोई ध्यान नहीं देता। उन्होंने मांग की है कि तीन महीनों का ब्याज माफ करने के साथ ही किस्तें मासिक रूप से जमा करवाई जाएं। इसके साथ ही लाकडाउन में बंद रहे कारखानों एंव प्रतिष्ठानों का बिल माफ किया जाए, जिससे उन्हें राहत मिल सके।