सरकारों की पहली प्राथमिकता में हो सांस्कृतिक धरोहर : नवेद
रामपुर पूर्व मंत्री नवाब काजिम अली खां उर्फ नवेद मियां ने कहा कि कला और सांस्कृतिक धरोहर सरकारों की पहली प्राथमिकता में होना चाहिए। ऐसा करने से इनका संरक्षण होगा और और इन्हें पर्यटन से जोड़कर आय का हिस्सा भी बनाया जा सकता है।
जागरण संवाददाता, रामपुर : पूर्व मंत्री नवाब काजिम अली खां उर्फ नवेद मियां ने कहा कि कला और सांस्कृतिक धरोहर सरकारों की पहली प्राथमिकता में होना चाहिए। ऐसा करने से इनका संरक्षण होगा और और इन्हें पर्यटन से जोड़कर आय का हिस्सा भी बनाया जा सकता है। उन्होंने अर्जेटीना और इंडिया के बीच कल्चर और हेरिटेज पर चर्चा के लिए आयोजित वेबीनार में राजघरानों द्वारा कला एवं संस्कृति के संरक्षण को भी पेश किया।
उन्होंने कहा कि भारत में तमाम धरोहरे हैं, लेकिन इनका विकास और संरक्षण यहां की सरकारों की प्राथमिकता में नहीं है। जब तक भारत में राजशाही रही, तब तक ही कला, संस्कृति और धरोहरों का संरक्षण हुआ। रामपुर रियासत इसकी मिसाल है। यह रियासत बड़ी नहीं थी, लेकिन बहुत महत्वपूर्ण थी। कहा कि उनके दादा के दरबार हाल में आज रजा लाइब्रेरी है। तब यूरोपियन पेंटरों को बुलाकर पेंटिग्स बनवाई गई थीं। सरकारी अनदेखी के सबब धरोहरों को बहुत नुकसान पहुंचा है। कहा कि कला, संस्कति और धरोहरों को आय का स्त्रोत भी बनाया जा सकता है।
पूर्व मंत्री के पीआरओ काशिफ खां ने बताया कि लाइव वेबीनार में भारत में अर्जेटीना के दूतावास में मंत्री मार्टिन वाया और दूतावास के ही सांस्कृतिक प्रमुख कार्लोस मस्करि के अलावा पूर्व मंत्री नवाब काजिम अली खां उर्फ नवेद मियां, नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी में स्कूल ऑफ आर्किटेक्चर के निदेशक राजेन्द्र कुमार, बर्ड ग्रुप से जुड़ीं आर्किटेक्ट स्मृति भाटिया और बर्ड ग्रुप के एक्जिक्यूटिव डायरेक्टर डॉ. अंकुर भाटिया ने भाग लिया।