जीआरपी के सिपाही समेत तीन में कोरोना की पुष्टि, 91 की रिपोर्ट निगेटिव
सिपाही में संक्रमण पाए जाने से अब अन्य स्टाफ और उनके परिवार को भी कोरोना का खतरा हो गया है।
रामपुर : कोरोना वायरस का खतरा अब रेलवे स्टेशन तक पहुंच गया है। यहां जीआरपी थाने के एक सिपाही में कोरोना की पुष्टि हुई है। सिपाही में संक्रमण पाए जाने से अब अन्य स्टाफ और उनके परिवार को भी कोरोना का खतरा हो गया है। इसके अलावा कुवैत से लौटे शहर के दो युवकों की जांच रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। राहत की बात यह है कि 14 पुराने मरीजों समेत 91 की रिपोर्ट निगेटिव आई है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुबोध कुमार शुक्ला ने बताया कि 31 मई को भेजे सैंपल की जांच रिपोर्ट बुधवार को मिली है। इसमें 91 की रिपोर्ट निगेटिव आई है। इसमें 14 पुराने मरीजों की भी रिपोर्ट निगेटिव है। इसके अलावा तीन लोग संक्रमित मिले हैं। संक्रमितों में एक जीआरपी थाने के सिपाही हैं। माना जा रहा है कि रेलवे स्टेशन पर श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के आने और जाने के समय ड्यूटी करते हुए वह किसी संक्रमित के संपर्क में आ गए होंगे। अब उनके साथ ड्यूटी करने वाले थाने के अन्य स्टाफ में भी संक्रमण की संभावना हो सकती है। ऐसे में सभी की जांच कराई जाएगी। इसके लिए जीआरपी थाना प्रभारी सतीश कुमार से संक्रमित सिपाही के संपर्क में आए लोगों की लिस्ट मांगी है, ताकि उन सभी को क्वारंटाइन किया जा सके। सिपाही स्टेशन पर ही बने सरकारी आवास में परिवार के साथ रहते हैं। उनके परिवार के सदस्यों की भी जांच की जाएगी। इसके अलावा मिले दो अन्य संक्रमित गंज कोतवाली के मुहल्ला बजरिया फतेह अली खां और सिविल लाइंस कोतवाली के बरेली गेट के रहने वाले हैं। दोनों 31 मई को कुवैत से लौटे थे। ये दोनों पहले से जौहर यूनिवर्सिटी के कोविड केयर सेंटर में क्वारंटाइन हैं। सीएमओ ने बताया कि जिले में अब कुल सक्रिय मरीज 34 रह गए हैं। गौरतलब है कि इससे पहले पुलिस अधीक्षक की सर्विलासं टीम के हेड कांस्टेबिल को भी कोरोना हो चुका है। वह मुरादाबाद में रहते हैं। तबीयत खराब होने पर वह घर से ही काम कर रहे थे। मुरादाबाद में ही उनकी जांच हुई थी। रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर यहां स्टाफ में हड़कंप मच गया था। इसके बाद से बाकी स्टाफ को होम क्वारंटाइन कर दिया गया है।