भूड़ा मेले में ठेकेदारों की दबंगई की शिकायत डीएम से
सैफनी : कस्बा स्थित श्री गुरुवाला सिद्ध स्वर्गाश्रम भूड़ामढ़ी प्रयाख्त मंदिर है। प्रतिवर्ष मेले का आयोज
सैफनी : कस्बा स्थित श्री गुरुवाला सिद्ध स्वर्गाश्रम भूड़ामढ़ी प्रयाख्त मंदिर है। प्रतिवर्ष मेले का आयोजन प्रशासन द्वारा किया जाता है। ये मेला शाहबाद ब्लाक का सबसे बड़ा मेला है। इस मेले में रोजाना हजारों श्रृद्धालुओं की भीड़ भूड़ामढ़ी मंदिर के दर्शन के लिए आती है। लगभग 20 वर्ष पहले से प्रबंध कमेटी के विवाद के कारण मामला न्यायालय में चल रहा है। इसी के चलते मेले की बागडोर प्रशासन के हाथों में चली गई। गतवर्ष मेले की भूमि का आवंटन दुकानदारों को तहसील प्रशासन के कर्मचारियों द्वारा निश्चित भूमि व निश्चित मूल्य दर तय कर दिया जाता था। सभी दुकानदार निश्चित पुराने स्थान पर ही अपनी दुकानें, झूले, सर्कस व अन्य दुकानें लगाते रहे हैं। हर वर्ष मेले का आयोजन प्रशासन द्वारा दंगल, साइकिल स्टैंड व लाइट का ठेका कराकर किया जाता था, लेकिन इस वर्ष प्रशासन ने उपयुक्त ठेकों के अलावा नई परम्परा को लागू कर तय बाजारी का ठेका भी कराया गया। तय बाजारी का ठेका जो बहुत अधिक बोली लगाकर लिया गया। तय बाजारी की बोली के दौरान भूमि के मूल्य भी खोल दिए गए। इस दौरान फ्रंट की भूमि 80 रुपये और अंदर की भूमि के 65 रुपये फीट के दाम रखा गया। ग्रामीणों का आरोप है कि इस वर्ष मेले का ठेका कस्बे के कुछ दबंग लोगों का हुआ है, जिसमें वह लोग मेले में आए खेल तमाशे वालों से उनकी होने वाली आमदनी में भी 50-60 प्रतिशत की साझेदारी करने पर मजबूर कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि जो हर वर्ष यहां आने वाले दुकानदारों को अपनी पुरानी जगह मिलने में भी परेशानी आ रही है। दुकानदारों को दी जाने वाली जमीन के दामों पर हुई वृद्धि से दुकानदार घर लौटने पर मजबूर हो रहे हैं। ग्रामीणों द्वारा इस समस्या की शिकायत विधायक के अलावा जिले के उच्चाधिकारियों से भी की गई। शिकायत पत्र पर विवेक वशिष्ठ, मोनू चौधरी, पंकज शर्मा, गौरव भटनागर, सुंदर पांडे, प्रवीण जोशी, राजा जोशी, धर्मकीर्ति, रोहताश, संजय, अंशुल, राजीव पांडे, जितेंद्र गुप्ता, शिव औतार, सुधीर कुमार, राहुल जोशी आदि के हस्ताक्षर हैं।