भूख से तड़प रहे ढाई लाख मुर्गों की जान खतरे में
जिले में सौ से ज्यादा पोल्ट्री फार्म हैं जिसमें ढाई लाख मुर्गे पल रहे हैं।
जागरण संवाददाता, रामपुर : लॉकडाउन के चलते पोल्ट्री फार्म में पल रहे मुर्गों की जान भी खतरे में पड़ गई हैं, उन्हें दाना पानी नहीं मिल पा रहा है, जिससे वे भूख से तड़प रहे हैं। जिले में सौ से ज्यादा पोल्ट्री फार्म हैं, जिसमें ढाई लाख मुर्गे पल रहे हैं। पोल्ट्री फार्म स्वामियों का कहना है कि प्रशासन तत्काल दाने की व्यवस्था कराए। वरना इन मुर्गों की जान जा सकती है।
दुनियाभर में दहशत फैला रहे कोरोना वायरस का प्रकोप आम जन जीवन पर ही नहीं बल्कि पशु-पक्षियों की जिदगी पर भी पड़ रहा है। दाना पानी न मिलने की वजह से मुर्गियों के सामने भूखे मरने की नौबत आ गई है। सुपर पोल्ट्री सर्विस के संचालक नफीस अहमद का कहना है कि जिले में सौ से ज्यादा पोल्ट्री फार्म हैं, जिनमें करीब ढाई लाख मुर्गे पल रहे हैं, लेकिन लॉकडाउन के चलते तीन दिन से इनकी देखरेख नहीं हो पा रही है। दाना-पानी न मिलने के कारण मुर्गे तड़प रहे हैं। इस संबंध में जिलाधिकारी को भी पत्र लिखा है, जिसमें कहा है कि लॉकडाउन के चलते लोग घरों में बंद हैं। इस कारण तीन दिन से मुर्गी दाना नहीं मिल पा रहा है। पोल्ट्री फार्म में मुर्गे भूख से तड़प रहे हैं। अगर मुर्गों में कोई बीमारी फैलती है तो समस्या और बड़ी हो जाएगी। उन्होंने जिलाधिकारी से आग्रह किया है कि पोल्ट्री फार्म के लोगों को घर-घर चिकन पहुंचाने की परमीशन दी जाए। ऐसा करने से पोल्ट्री फार्म वालों को भी घाटा नहीं होगा और चिकन खाने वालों को भी घर पर ही चिकन मिल सकेगा। जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह का कहना है कि वह इस समस्या का समाधान कराएंगे।