आजम खां, उनकी पत्नी और बेटे के खिलाफ मुकदमे में चार्जशीट
चार्जशीट लगने तक गिरफ्तारी पर रोक लगाई थी। अब चार्जशीट लग चुकी है इसलिए पूर्व मंत्री को तुरंत गिरफ्तार कर जेल भेजा जाए। उन्होंने पूर्व मंत्री का नामांकन भी रद्द किए जाने की मांग की है।
रामपुर : धोखाधड़ी के मामले में फंसे पूर्व मंत्री आजम खां, उनकी पत्नी राज्यसभा सदस्य तंजीम फातिमा और विधायक बेटे अब्दुल्ला आजम की मुश्किलें बढ़ गई हैं। पुलिस ने मुकदमे में तीनों को आरोपित मानते हुए चार्जशीट लगा दी है। इस मुकदमे में तीनों की गिरफ्तारी पर हाईकोर्ट ने रोक लगा दी थी।
भाजपा लघु उद्योग प्रकोष्ठ के संयोजक आकाश सक्सेना ने पूर्व मंत्री और उनकी पत्नी पर विधायक बेटे अब्दुल्ला आजम खां के दो अलग-अलग जन्म प्रमाण पत्र बनवाने का आरोप लगाते हुए तीन माह पहले गंज कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। बताया था कि पूर्व मंत्री के बेटे का एक जन्म प्रमाण पत्र 28 जून 2012 को रामपुर की नगर पालिका परिषद से बना है, जो पूर्व मंत्री और उनकी पत्नी के शपथ पत्र के आधार पर जारी किया गया है। इसमें बेटे का जन्म रामपुर में वर्ष 1993 में होना दर्शाया गया है। वहीं, दूसरा 21 जनवरी 2015 को लखनऊ नगर निगम से बना है।
इस मुकदमे को खारिज कराने और गिरफ्तारी से बचने के लिए पूर्व मंत्री, उनकी पत्नी और बेटे की ओर से हाईकोर्ट में रिट दायर की गई थी। इस पर हाईकोर्ट ने गिरफ्तारी पर रोक लगा दी थी। पुलिस ने मुकदमे में अब जांच पूरी कर ली है। एसपी शिवहरि मीना ने बताया कि पुलिस ने तीनों के खिलाफ चार्जशीट लगा दी है। उधर, मुकदमा दर्ज कराने वाले भाजपा नेता का कहना है कि हाईकोर्ट ने चार्जशीट लगने तक गिरफ्तारी पर रोक लगाई थी। अब चार्जशीट लग चुकी है, इसलिए पूर्व मंत्री को तुरंत गिरफ्तार कर जेल भेजा जाना चाहिए। उन्होंने पूर्व मंत्री का नामांकन भी रद्द किए जाने की मांग की है।