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लम्बी आयु की कामना के साथ बहनों ने किया भाई का तिलक

रामपुर : बहन-भाई के परस्पर प्रेम और स्नेह का प्रतीक भैयादूज शनिवार को मनाया गया। भैया दूज

By JagranEdited By: Published: Sat, 21 Oct 2017 10:04 PM (IST)Updated: Sat, 21 Oct 2017 10:04 PM (IST)
लम्बी आयु की कामना के साथ बहनों ने किया भाई का तिलक
लम्बी आयु की कामना के साथ बहनों ने किया भाई का तिलक

रामपुर : बहन-भाई के परस्पर प्रेम और स्नेह का प्रतीक भैयादूज शनिवार को मनाया गया। भैया दूज पर बहनों ने भाइयों की लंबी आयु की कामना के साथ तिलक किया। इससे चलते बाजार में मिठाई और गोलों की दुकानों पर लोगों की भीड़ रही।

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बहन-भाई के पवित्र रिश्ते का पर्व भैयादूज शहर में बड़ी उत्साह के साथ मनाया गया। सवेरे से ही इसको लेकर घरों में तैयारियां शुरु हो गईं। घरों में पकवान तैयार किए गए। बहनों ने नए वस्त्र धारण कर भाई की लंबी आयु की कामना के साथ उनके माथे पर रोली और अक्षत से तिलक किया। गोला देकर मिठाई खिलाई। भाई ने बहनों को नकदी, उपहार देकर उनकी रक्षा का संकल्प लिया। इसके अलावा जिन बहनों की शादी हो गई वे भैया दूज पर अपने अपने भाई को तिलक करने के लिए मायके गईं। कुछ स्थानों पर भाई तिलक कराने के लिए अपनी बहन की ससुराल गए। कुछ घरों में गोवर्धन की पूजा होती है। उन घरों में बहनों ने गोवर्धन के सामने भाई को तिलक किया। भैया दूज पर सड़कों पर पूरे दिन भीड़ रही। पंसारी, मिठाई की दुकान पर पूरे दिन ग्राहकों की भीड़ रही। मिठाई की दुकानों पर मिठाई खरीदने के लिए भीड़ के कारण काफी देर इंतजार करना पड़ा। उधर सवारियों का दबाव बढ़ा तो यातायात के साधन भी कम पड़े। इस दौरान डग्गामार वाहनों की चांदी रही। चालकों ने भी वाहनों में ठूंस-ठूंसकर सवारियां भरीं।

भैया दूज पर जेल में बहनों ने किया भाई का तिलकरामपुर : भैया दूज पर्व पर जेल में बंद भाइयों के तिलक करने के लिए बहनों की भीड़ उमड़ी। जेल के बाहर बहनों की कतारें लगी रहीं। इस दौरान बहनों को काफी देर कतार में लगना पड़ा। कई बार धक्का-मुक्की होने पर एक-दूसरे से नोंकझोंक भी हुई। काफी देर तक कतार में लगने के बाद उनका नम्बर आया। इसके बाद बहनों ने अपने भाई के माथे पर तिलक कर गोला दिया और मिठाई खिलाकर उनकी लम्बी आयु की कामना की।

मिठाई और गोले की दुकानों पर उमड़ी भीड़

रामपुर : भैया दूज के पर्व पर बहनें भाई को तिलक कर उन्हें गोला देकर मिठाई खिलाती हैं। इसके चलते गोले और मिठाई की दुकानों पर पूरे दिन ग्राहकों की भीड़ उमड़ी।

भैया दूज पर मिठाई की बिक्री काफी होती है। इसके लिए दुकानदार काफी दिनों पहले से ही तैयारियां शुरू कर देते हैं। इसके लिए शहर में जगह जगह सड़क किनारे स्टॉल लगाकर मिठाई की दुकानें सजीं। सुबह के समय से ही मिठाई की दुकानों पर खरीदारी करने को लोगों की भीड़ उमड़ने लगी, जो देर रात तक रही। इसके अलावा पंसारी की दुकानों पर गोले की जमकर बिक्री हुई। इस बार भैयादूज पर गोले का रेट 220 रुपये तक रहा, जो पिछले साल के मुकाबले काफी ज्यादा रहा। मगर बहुत सी दुकानों पर गोले खत्म हो गए। इसलिए कुछ दुकानदारों ने अपने मनमाने रेट में गोले दिए।

भैयादूज पर रोडवेज बसों में रही भीड़, यात्री परेशान

जागरण संवाददाता, रामपुर : भैयादूज पर बहनों की सुविधा के लिए रोडवेज की ओर से काफी इंतजाम किए गए। मगर जब भीड़ बढ़ी तो रोडवेज बसें कम पड़ गईं, इससे यात्री काफी परेशान रहे। लम्बे रूट की बसों में तो चढ़ने तक की जगह नहीं मिल पा रही थी। वे पहले से ही फुल भरकर आ रही थीं, इससे खाली बस के इंतजार में लोगों को काफी देर इंतजार करना पड़ा।

शनिवार को भैयादूज के त्योहार के चलते सुबह से ही बहनों का अपने भाईयों का तिलक करने के लिए आने-जाने का सिलसिला शुरु हो गया। पास के शहर के लोग अपनी बाइक और निजी वाहनों से निकल गए। मगर ज्यादातर लोगों ने आवागमन के लिए सार्वजनिक यातायात का इस्तेमाल किया। इससे भीड़ का दबाव बढ़ने पर शहर में सवारी वाहन कम पड़ने लगे। दोपहर तक रोडवेज से लेकर रेलवे स्टेशन तक भीड़ ही भीड़ दिखाई देने लगी। रोडवेज ने भैयादूज पर इसके लिए पहले से ही काफी इंतजाम किए थे। रोडवेज में 70 बसें हैं। सभी बसों को लोकल रूट पर एक एक्सट्रा ट्रिप लगवाई गईं। इसके बाद दूसरे रूट को रवाना किया गया। इसके बावजूद बसों की कमी पड़ गईं। रोडवेज बस स्टैंड पर यात्रियों को काफी देर इंतजार करना पड़ा। दूसरे डिपो से आने वाली बसें भी पहले से पूरी तरह भरी थीं, जिनमें यात्रियों को पैर रखने तक की जगह नहीं मिल पा रही थी। रोडवेज बस स्टैंड के अलावा मालगोदाम तिराहा, सिविल लाइंस थाने के सामने, रेलवे स्टेशन के सामने आदि स्थानों पर बसों के इंतजार में यात्रियों की भीड़ लगी रही। इसके अलावा ट्रेनें भी पूरी तरह फुल रहीं। ट्रेनों में चढ़ने के बाद बहनों को बैठने की जगह भी नहीं मिल पा रही थी। इस दौरान बहनों को काफी दिक्कतें हुईं। इस पर बहनों को जो भी सवारी वाहन मिला उसमें सवार हो गईं और अपने भाइयों को तिलक करने पहुंचीं। एआरएम अनिल कुमार मेहरोत्रा ने बताया कि त्योहारों के मद्देनजर 17 से 24 अक्टूबर तक भीड़ बढ़ जाती है इसके लिए प्रोत्साहन योजना चलाई गई है। इस योजना के तहत कोई बस 2800 किलोमीटर का अपना लक्ष्य पूरा करती है तो उस बस के ड्राइवर और परिचालक को साढ़े तीन सौ रुपये प्रतिदिन के हिसाब से प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इसके अलावा 2400 किलोमीटर बस चलाने वालों को 300 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से प्रोत्साहन राशि मिलेगी। इसके अलावा भीड़ के दबाव को हल्का करने के लिए रोडवेज की ओर से अधिक फेरे लगाए गए। रोडवेज की 70 बसों में से सभी को पहले लोकल रूट पर एक एकस्ट्रा ट्रिप लगाने के निर्देश दिए गए। इस बार यात्रियों की काफी भीड़ रही। रोजाना रोडवेज को आठ लाख रुपये तक की आमदनी होती है। भैया दूज पर भीड़ के कारण इसमें 20 से 30 प्रतिशत की वृदिध का अनुमान है, जो ठीक से देर रात तक पता चलेगा।

डग्गामार वाहनों में भी रही भीड़

रामपुर : भैयादूज पर सवारी वाहनों की किल्लत के कारण डग्गामार वाहनों की चांदी रही। वाहन चालकों ने ठूंस ठूंस कर सवारियां भरीं। इससे यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।

भैयादूज पर यात्रियों की काफी भीड़ रही। बसों के इंतजार में जगह-जगह सवारियां खड़ी दिखीं। काफी देर तक बहनों को जब बसों में जगह नहीं मिली तो उन्होंने डग्गामार वाहनों का रूख किया, जिसे जो सवारी मिली वह उसमें सवार हो गया। टैंपों, ऑटो, मैजिक आदि वाहनों के सहारे बहनों ने भटकते हुए अपना सफर तय किया। शाहबाद रोड, नैनीताल हाइवे, दिल्ली लखनऊ हाइवे, केमरी रोड आदि स्थानों पर खूब डग्गामार वाहन चले।


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