डूंगरपुर प्रकरण के पांच मुकदमों में आजम खां की जमानत अर्जी मंजूर
रामपुर जेएनएन डूंगरपुर प्रकरण के पांच मुकदमों में सांसद आजम खां को राहत मिल गई है।
रामपुर, जेएनएन : डूंगरपुर प्रकरण के पांच मुकदमों में सांसद आजम खां को राहत मिल गई है। एमपी-एमएलए स्पेशल कोर्ट ने पांच मामलों में सांसद की जमानत अर्जी मंजूर कर ली है। उधर, सांसद की पत्नी एवं शहर विधायक डा. तजीन फात्मा भी बुधवार को शत्रु संपत्ति और बेटे के जन्म प्रमाण पत्र मामले में स्पेशल कोर्ट में पेश हुईं।
सपा शासनकाल में पुलिस लाइन के पास डूंगरपुर में आसरा आवास कालोनी बनाई गई थी। तब वहां कुछ लोगों के घर बने हुए थे, जिन्हें अवैध बताते हुए तोड़ दिया गया था। भाजपा की सरकार आने पर वर्ष 2019 में पीड़ितों ने गंज कोतवाली में 11 मुकदमे दर्ज कराए थे। तब इन मुकदमों में सांसद नामजद नहीं थे। बाद में पुलिस ने विवेचना की। मुकदमे में नामजद सांसद के कई समर्थकों को गिरफ्तार किया गया। उनसे पूछताछ के बाद पुलिस ने सांसद का नाम भी शामिल कर लिया। इसके पीछे पुलिस का तर्क था कि गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों ने पूछताछ में कुबूल किया कि उन्होंने आजम खां के कहने पर घटना को अंजाम दिया था। पुलिस ने इन मुकदमों में सांसद को आइपीसी की धारा 120-बी (षड्यंत्र रचने) का आरोप लगाते हुए नाम शामिल कर लिया था। सांसद ने अपने अधिवक्ता की ओर से इन मुकदमों में जमानत के लिए प्रार्थना पत्र दिया था। बुधवार को इन पर सुनवाई हुई। अभियोजन ने जमानत प्रार्थना पत्रों पर यह कहकर आपत्ति लगाई कि सांसद का लंबा आपराधिक इतिहास है। जमानत मिलने पर वह गवाहों को प्रभावित कर सकते हैं। बचाव पक्ष के अधिवक्ता का कहना था कि सांसद 26 फरवरी से सीतापुर की जेल में बंद हैं। इस प्रकरण में अन्य आरोपितों की जमानत अर्जी पहले मंजूर हो चुकी है। मुकदमे में उनका नाम भी नहीं था। पुलिस ने बाद में नाम शामिल किया है। सांसद के अधिवक्ता जुबैर अहमद खां ने बताया कि दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद कोर्ट ने डूंगरपुर प्रकरण के पांच मामलों में सांसद की जमानत अर्जी मंजूर कर ली है। उधर, बुधवार को एमपी-एमएलए कोर्ट में शत्रु संपत्ति और जन्म प्रमाण पत्र के दो मामलों में भी सुनवाई हुई, जिसमें सांसद की पत्नी शहर विधायक डा. तजीन फात्मा पेश हुईं। वह व्हील चेयर से कोर्ट पहुंची। इन मामलों में अब 22 फरवरी को सुनवाई होगी।