रामपुर की राजनीति में गरमाहट: आजम खां और नवाब परिवार में ज़ुबानी जंग तेज
रामपुर में आजम खां और नवाब परिवार के बीच ज़ुबानी जंग छिड़ गई है। दोनों तरफ से तीखे आरोप-प्रत्यारोप हो रहे हैं, जिससे रामपुर की सियासी माहौल में गर्मी आ गई है। नवाब परिवार ने आजम खां पर रामपुर को बदनाम करने का आरोप लगाया है, जबकि आजम खां ने कहा कि वे सच्चाई बोल रहे हैं और जनता सब जानती है।

आजम खां।
जागरण संवाददाता, रामपुर। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आजम खां जेल से बाहर आने के बाद सुर्खियाें में हैं। आए दिन उनके बयान इंटरनेट मीडिया पर चर्चा का विषय बन रहे हैं। इनमें वह एक बार फिर नवाब परिवार को निशाना बना रहे हैं। दूसरी ओर नवाब परिवार की ओर से पूर्व मंत्री नवाबजादा काजिम अली खां उर्फ नवेद मियां और उनके बेटे हमजा मियां भी जवाब देकर हमलावर हो रहे हैं।
आजम और नवाब परिवार की ओर से एक दूसरे पर व्यंगात्मक तीर छोड़े जा रहे हैं। सपा नेता आजम खां ने अपने एक इंटरव्यू में नवाबों को लेकर कहा कि आज महलों के नामोनिशान नहीं रहे। सब खंडहर हो गए। कुत्ता भी टांग उठाने वाला नहीं है। जो अपने आपको बड़ा तुर्रमबाज कहते थे कि हम नवाब हैं। अब भी नवाबजादा नाम लगाते हैं। जाकर पता कीजिए, अब रिक्शा वाला भी नहीं पूछता। जमानतें जब्त कराई हैं हमने इन नवाबों की। 250 वोट मिले थे नवाब साहब को, मेरे खिलाफ लड़े थे और जो नवाबजादे थे, उनकी मेरे बेटे ने जमानतें जब्त कराई थीं। रोते फिरते हैं आज भी उसका नाम लेकर।
जेल से बाहर आने के बाद आजम कई बार नवाब परिवार को बना चुके निशाना
किसी ने मेरे बारे में कहा कि आजम खां की सेहत देखकर तो यह नहीं लगता कि जेल की रोटी खाई होगी। लगता है बकरा खाया होगा। बकरा नहीं खाया था। बकरा तो मिल ही नहीं सकता, लेकिन उन लोगों के जिस्म पर बोटियां मैंने नहीं छोड़ी थीं, जिन लोगों ने गरीब अवाम की बोटियां खाई थीं। आज फिरते हैं मीर ख्वार, कोई पूछता नहीं। एक भाजपा में है, एक कांग्रेस में है और एक बीड़ी गमछे वाली पार्टी में है। एक ही घर में छह-छह पार्टियां रहती हैं, लेकिन कोई उन्हें पूछता नहीं है।
नवेद मियां और उनके बेटे भी दे रहे जवाब
दूसरी ओर नवाब परिवार की ओर से पूर्व मंत्री नवेद मियां ने एक चैनल पर दिए साक्षात्कार में कहा कि आजम खां किसी सरकार, पार्टी या व्यक्ति के कारण जेल नहीं गए, बल्कि अपने कारनामों की वजह से जेल गए। कानून सभी के लिए बराबर है। चाहे किसान हो, हम हो या नेता हो। जो कानून तोड़ेगा, उसको सजा तो मिलेगी और आजम खां ने सिर्फ कानून तोड़ने के अलावा कोई काम नहीं किया है। दो टके के लोग दो टके की हरकतें तो करेंगे।
आजम पर कोई फर्जी मुकदमे दर्ज नहीं हुए हैं, सब सच हैं। आजम खां की सोच पर भी टिप्पणी करते हुए कहा कि उनके बाप-दादा रामपुर के नहीं थे, बल्कि बिजनौर के थे। नवाबों के कामों का जिक्र करते हुए कहा कि हमारे पुरखों ने यहां इंटर कालेज बनवाए। लड़कियों की शिक्षा के लिए अलग कालेज बनवाए। इन कालेजों में बच्चे मुफ्त पढ़ते थे। आजम खां ने यूनिवर्सिटी बनवाई, जहां लाखों रुपये बच्चों से फीस ली जाती है। यूनिवर्सिटी सिर्फ आमदनी का जरिया है।
नवेद मियां के बेटे हमजा मियां का भी एक वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो रहा है, जिसमें वह आजम खां के लिए कह रहे हैं कि इमरजेंसी में जेल जाने की बात झूठ है। आजम खां गर्ल्स हास्टल की दीवार कूदते हुए पकड़े गए थे और उन्हें छेड़छाड़ के मुकदमे में जेल भेजा गया था।

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