आधी रात तक जांच में जुटे रहे अफसर
जागरण संवाददाता रामपुर सपा मुखिया अखिलेश यादव की शिकायत पर जांच को आए कमिश्नर और आइजी आधी रात तक जांच पड़ताल में जुटे रहे।
रामपुर: सपा मुखिया अखिलेश यादव की शिकायत पर जांच को आए कमिश्नर और आइजी आधी रात तक जांच पड़ताल में जुटे रहे। पहले नेताओं और जनता के बयान लिए, जबकि देर रात में अफसरों के बयान दर्ज किए। शीघ्र ही दोनों अधिकारी संयुक्त जांच रिपोर्ट चुनाव आयोग को भेजेंगे। इनकी रिपोर्ट पर ही आयोग फैसला लेगा।
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने तीन दिन पहले चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें कहा कि रामपुर में जिला प्रशासन द्वारा सरकारी धन से बने उर्दू गेट को आननफानन में तोड़ दिया गया। जिलाधिकारी भय का माहौल पैदा कर रहे हैं, ऐसे में चुनाव निष्पक्ष नहीं हो सकेगा। पूर्व मंत्री आजम खां की जान को खतरा है, इसलिए उन्हे सुरक्षा मुहैया कराई जाए। इस मामले की जांच के लिए कमिश्नर यशवंत राव और आइजी रमित शर्मा रविवार को रामपुर आए, यहां लोक निर्माण विभाग के निरीक्षण भवन में आधी रात तक जांच पड़ताल में जुटे रहे। पहले विधायक अब्दुल्ला आजम और नसीर अहमद खां ने सपाइयों के साथ बयान दर्ज कराए। इसके बाद भाजपाइयों समेत दूसरे लोगों ने बयान दर्ज कराए। पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अब्दुल सलाम ने भी देर रात में सबसे बाद में बयान दर्ज कराए। उन्होने आरोप लगाया कि पूर्व मंत्री आजम खां ने सपा शासन काल में लोगों का उत्पीड़न किया। वह प्रशासन पर गलत आरोप लगा रहे हैं। उर्दू गेट कम हाइट का था, भारी वाहन नहीं निकल पाते थे। प्रशासन सही काम कर रहा है। अब्दुल सलाम के बाद जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार और दूसरे अफसरों ने भी बयान दर्ज कराए। अफसरों ने उर्दू गेट तोड़ने की कार्रवाई को सही ठहराया। कहा कि गेट को लेकर लोग शिकायतें कर रहे थे। कम हाइट का होने के कारण बसे व ट्रक भी नहीं निकल पा रहे थे। लोक निर्माण विभाग के अफसरों से भी उर्दू गेट के बारे में जानकारी की। उन्होंने कहा कि जिस रोड पर गेट बनाया गया, वह लोक निर्माण विभाग की है, लेकिन अनुमति नहीं ली गई। कमिश्नर और आइजी जांच पड़ताल के बाद आधी रात में मुरादाबाद चले गए। अपनी संयुक्त रिपोर्ट मुख्य निर्वाचन अधिकारी को भेजेंगे। इसके बाद ही आयोग निर्णय लेगा। डीएम पर गलत आरोप लगाए
रामपुर: पूर्व मंत्री हाजी निसार हुसैन के पुत्र मुस्तफा हुसैन ने कहा कि पूर्व मंत्री आजम खां ने जिलाधिकारी पर गलत आरोप लगाया है। अब तक अधिकारी उनके दबाव में काम करते आए थे, अब जिलाधिकारी द्वारा बिना किसी दबाव के निर्भीक होकर काम किया जा रहा है।
बयान में कहा है कि आजम खां द्वारा सांप्रदायिक दंगे करवाने के मकसद से हमेशा गलत ब्यानबाजियां की जाती रही हैं। अपने कार्यकर्ताओं को उकसा कर वह अब तक अधिकारियों को दबाव में लेते रहे हैं। उन्होंने जांच टीम का नेतृत्व कर रहे मंडलायुक्त को बताया कि स्वार, सैदनगर व टांडा आदि की जनता को जानबूझकर परेशान करने के उद्देश्य से अपने सत्ता में रहते हुए आजम खां द्वारा स्वार रोड पर कम हाईट का उर्दू गेट नियमविरुद्व तरीके से बनवाया था। इससे टकराने से कई लोगो की मौतें हो चुकी हैं। इसको लेकर 2017 से लगातार जनशिकायतें की जा रही थीं। अब जिलाधिकारी द्वारा शिकायतों के आधार पर ही कम हाईट के इस गेट को हटवा दिया गया। यही कारण है कि उनके और उनके कार्यकर्ताओं के द्वारा उनकी झूठी शिकायतें की जा रही हैं।
धमकाने का आरोप लगाया
रामपुर : कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष फैसल खां ने मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखा है। पत्र में कहा है कि 17 मार्च को मंडल आयुक्त व आईजी के नेतृत्व में आई टीम पूर्व मंत्री मोहम्मद आजम खां के संबंध में लोगों के बयान दर्ज कर रही थी। आरोप लगाया है कि इस दौरान जांच के दौरान समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा बयान दर्ज कराने आए मजलूमों को जमकर हड़काया गया। कहा है कि एक महिला जिसका पुत्र कम ऊंचाई के उर्दू गेट की चपेट में आकर जान गंवा चुका है, अपने बयान दर्ज कराने आई थीं। आरोप है कि उन्हें इन कार्यकर्ताओं ने रोकने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस की सूझबूझ के चलते वे ऐसा करने में नाकाम रहे। इस दौरान उत्तेजित कार्यकर्ताओं की गाली गलौज से डर कर कई लोग बिना बयान दर्ज कराए ही वापस हो गए। उन्होंने निष्पक्ष चुनाव के मद्देनजर इन लोगों पर कार्रवाई की मांग की है।