Azam khan के हमसफर रिसार्ट पर पुलिस ने मारा छापा, 17 साल पहले नगर पालिका से चोरी हुई तिजोरी की तलाश
Raid on Azam Khans resort आजम खां की जौहर यूनिवर्सिटी में पिछले दिनों पुलिस ने छापा मारा था। वहां खोदाई कराने पर नगर पालिका की सफाई मशीन मिली थी। इसके अलावा पुलिस को यहां से मदरसा आलिया से चोरी हुई किताबें और अलमारी भी मिली थीं।
रामपुर, जागरण संवाददाता। Raid on Azam Khan's resort: नगर पालिका से 17 साल पहले चोरी हुई तिजोरी की तलाश में पुलिस ने शुक्रवार को सपा के राष्ट्रीय महासचिव एवं शहर विधायक आजम खां के रिसोर्ट पर छापा मारा। काफी देर तक सर्च अभियान चलाया। पुलिस ने यहां स्टाफ से पूछताछ की, लेकिन तिजोरी नहीं मिल सकी।
जौहर यूनिवर्सिटी में मिली थी नगर पालिका की सफाई मशीन
आजम खां की जौहर यूनिवर्सिटी में पिछले दिनों पुलिस ने छापा मारा था। वहां खोदाई कराने पर नगर पालिका की सफाई मशीन मिली थी। इसके अलावा पुलिस को यहां से मदरसा आलिया से चोरी हुई किताबें और अलमारी भी मिली थीं। जौहर यूनिवर्सिटी से मिली सफाई मशीन काे लेकर पालिकाध्यक्ष ने बयान दिया था कि यह पालिका की नहीं है। इस पर पुलिस ने जांच शुरू की। पुलिस ने नगर पालिका के अभिलेख जलाते हुए दो कर्मचारियों को गिरफ्तार किया। उन्हें जेल भेज दिया था। पुलिस ने अभिलेख नष्ट करने के आरोप में पालिकाध्यक्ष फात्मा जबी समेत चार के खिलाफ प्राथमिकी पंजीकृत की थी।
हमसफर रिसार्ट में नहीं हुई कोई बरामदगी
हमसफर रिसोर्ट में शुक्रवार को अधिकारियों ने पुलिस फोर्स के साथ छापा मार दिया। उप जिलाधिकारी सदर निरंकार सिंह और क्षेत्राधिकारी नगर अनुज कुमार चौधरी गंज और शहर कोतवाली की फोर्स के साथ पहुंचे। करीब घंटेभर सर्च अभियान चलाया, लेकिन कोई आपत्तिजनक सामान नहीं मिल सका। इस दौरान गंज कोतवाली प्रभारी सुरेंद्र सिंह पचौरी और शहर कोतवाली प्रभारी गजेंद्र त्यागी भी फोर्स के साथ मौजूद रहे।
2005 में चोरी हुई थी नगर पालिका की तिजोरी
क्षेत्राधिकारी नगर अनुज चौधरी ने बताया कि नगर पालिका से 2005 में तिजोरी चोरी हुई थी। इसमें नगर पालिका कर्मियों के वेतन के 11 लाख रुपये भी थे। ऐसा पता चला था कि यह तिजोरी रिसोर्ट में रखी है। इसी की तलाश में यहां छापा मारा गया, लेकिन तिजोरी नहीं मिल सकी। गौरतलब है कि उस समय आजम खां नगर विकास मंत्री थे। सप्ताहभर पहले इस संबंध में तत्कालीन पालिकाध्यक्ष रेशमा बी ने मंडलायुक्त आन्जनेय कुनमार सिंह से मुलाकात कर तिजोरी का पता लगाने की मांग की थी।