चिन्मयानंद के बाद अब पुलिस पर बढ़ा आजम खां की गिरफ्तारी का दबाव Rampur News
पुलिस अधीक्षक डॉक्टर अजय पाल शर्मा का कहना है कि आजम खान के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं। इन मामलों में उनकी गिरफ्तारी संभव है।
रामपुर (मुस्लेमीन)। पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद के जेल जाने के बाद सांसद आजम खां की गिरफ्तारी का दबाव पुलिस पर बढ़ गया है। उनके खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास, जमीन कब्जाने व लूटपाट आदि संगीन धाराओं में 74 मुकदमे दर्ज हैं। इनके अलावा अनुसूचित जाति के लोगों की जमीन बिना परमीशन खरीदने के आरोप में 10 मुकदमे राजस्व परिषद में चल रहे हैं।
यह है पूरा मामला
सांसद आजम खान के खिलाफ पिछले ढाई माह से लगातार मुकदमे दर्ज हो रहे हैं, लेकिन संगीन धाराओं में मुकदमे दर्ज होने के बाद भी उन्हें जेल नहीं भेजा गया है। अब स्वामी चिन्मयानंद की गिरफ्तारी के बाद आजम खान की गिरफ्तारी के लिए दबाव बढ़ रहा है। उनके विरोधी आजम को जेल भेजने की मांग कर रहे हैं। इनके खिलाफ मुकदमे लिखाने वाले तीन लोगों ने तो शहर कोतवाली में तहरीर दी है कि मुकदमे वापस लेने के लिए उन्हें धमकाया जा रहा है। उनके परिजनों को बंधक बनाया गया है । भाजपा नेता आकाश सक्सेना और जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष अब्दुल सलाम का कहना है कि आजम खां को फौरन गिरफ्तार किया जाना चाहिए। अब्दुल सलाम तो इनकी गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन भी कर चुके हैं। डीसीडीएफ के पूर्व चेयरमैन मोहम्मद अहसान, कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष मुतिउर्हमान खान बब्लू और फैसल लाला भी लगातार आजम खां की गिरफ्तारी की मांग करते आ रहे हैं।
पुलिस को गिरफ्तार करने का अधिकार
जिला शासकीय अधिवक्ता अजय तिवारी का कहना है कि कानून की नजर में आजम खां अभियुक्त है और उनपर जो गंभीर आरोप हैं, उनमें पुलिस को गिरफ्तार करने का अधिकार है। कानून मंत्री बृजेश पाठक गुरुवार को रामपुर आए थे। तब उन्होंने आजम के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही थी। उनके इस बयान को लोग गिरफ्तारी का संकेत मान रहे हैं।
अखिलेश के दौरे से भी नहीं मिली राहत
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव 13 सितंबर को रामपुर आए थे। उन्होंने आजम खां के हमसफर रिसोर्ट में कार्यकर्ताओं की सभा को संबोधित किया था। यहीं पर रात्रि विश्राम भी किया था। उन्होंने दो टूक कहा था कि आजम खान के खिलाफ दर्ज कराए गए मुकदमे सियासी हैं और सपा के सत्ता में आने पर सभी मुकदमे वापस लिए जाएंगे। उन्होंने इस मामले में राज्यपाल से मुलाकात करने की बात कही थी, लेकिन अखिलेश के दौरे के बाद भी आजम खान को राहत नहीं मिल सकी है। उनके खिलाफ अब भी मुकदमे दर्ज हो रहे हैं। दो दिन पहले उनके खिलाफ डीसीडीएफ की इमारत अपनी पत्नी के नाम आवंटित कराने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया था। अब उनके बेटे अदीब आजम और बहन निकहत अफलाक के खिलाफ जेल के फांसी घर की जमीन पर कब्जा करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है।