जौहर यूनिवर्सिटी में फोर्स पहुंचते ही मच गई खलबली
मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी में पुलिस फोर्स के पहुंचते ही खलबली मच गई। तमाम स्टाफ जमा हो गया। अधिकारियों ने उन्हें समझाया तो सभी शांत हो गए। इसके बाद अफसरों ने कुर्की की कार्रवाई शुरू कर दी। जौहरी यूनिवर्सिटी में बुधवार दोपहर अचानक अधिकारी फोर्स के साथ पहुंचे। अफसरों के काफिले को देखते ही यूनिवर्सिटी के स्टाफ में हड़कंप मच गया। तमाम कर्मचारी मौके पर पहुंच गए।
जागरण संवाददाता, रामपुर : मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी में पुलिस फोर्स के पहुंचते ही खलबली मच गई। तमाम स्टाफ जमा हो गया। अधिकारियों ने उन्हें समझाया तो सभी शांत हो गए। इसके बाद अफसरों ने कुर्की की कार्रवाई शुरू कर दी।
जौहरी यूनिवर्सिटी में बुधवार दोपहर अचानक अधिकारी फोर्स के साथ पहुंचे। अफसरों के काफिले को देखते ही यूनिवर्सिटी के स्टाफ में हड़कंप मच गया। तमाम कर्मचारी मौके पर पहुंच गए। एसडीएम सदर प्रेम प्रकाश तिवारी ने उन्हें कार्रवाई के बारे में बताया। इसके बाद टीम ने कार्रवाई शुरू कर दी। दस दलितों की बिना परमीशन खरीदी गई जमीन की पैमाइश की गई। इसका सीमांकन कर कब्जे में ले लिया गया, जबकि लेबर सेस की वसूली के लिए साइंस फैक्लटी की नवनिर्मित दो इमारतों की कुर्क किया गया। इन पर प्रशासन की सील लगा दी गई। इसके बाद इन इमारतों को यूनिवर्सिटी के सुरक्षा अधिकारी आलम खांन की सुपुर्दगी में दिया गया। इन पर जो सील लगी है, उसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी आलम खांन की रहेगी। उपजिलाधिकारी ने बताया कि पहले प्रशासनिक भवन को सील करने का इरादा किया था, लेकिन यूनिवर्सिटी अफसरों ने बताया कि परीक्षाएं चल रही हैं। रिकार्ड इसी भवन में रहता है। इससे दिक्कत हो सकती है। इसके बाद साइंस फैक्ल्टी की दो नवर्निमित इमारतों को कुर्क किया गया। अब ये दोनों इमारतें खाली हैं। यूनिवर्सिटी के कुलपति सुल्तान मोहम्मद खां ने एसडीएम से कहा कि इतनी फोर्स के साथ यूनिवर्सिटी में नहीं आना चाहिए था। इससे यूनिवर्सिटी के माहौल पर असर पड़ता है। हम हर तरह से सहयोग कर रहे हैं। जब कोई विरोध ही नहीं है तो ज्यादा फोर्स की जरूरत नहीं है। इस पर एसडीएम ने कहा कि हम एहतियात के तौर पर फोर्स लाए हैं। कोई बल प्रयोग करना नहीं है। आजकल विश्वविद्यालय में भी विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इसी के मद्देनजर फोर्स को साथ लिया। करीब पांच घंटे चली कार्रवाई के दौरान ज्वाइंट मजिस्ट्रेट गौरव कुमार, प्रवीन कुमार वर्मा, तहसीलदार प्रमोद कुमार भी मौजूद रहे। लंबे समय से शिकायतें कर रहे थे आकाश
रामपुर : जौहर यूनिवर्सिटी में बुधवार को जो कार्रवाई की गई है, इसके लिए भाजपा नेता आकाश सक्सेना लंबे समय से शिकायतें कर रहे थे। उन्होंने मुख्यमंत्री से भी शिकायत की। इसके अलावा श्रम विभाग के अफसरों से भी कई बार शिकायत की। उनकी शिकायत पर मुख्यमंत्री ने दलितों की जमीन के मामले में जांच-पड़ताल के आदेश दिए। तब जांच में तथ्य सामने आए कि जौहर यूनिवर्सिटी के लिए दलितों की जो जमीन खरीदी गई है। उसमें जिलाधिकारी से परमीशन नहीं ली गई है, जबकि नियमानुसार डीएम से परमीशन लेना जरूरी है। इसके बाद प्रशासन ने राजस्व परिषद में वाद दायर कराए। इनकी पैरवी भी आकाश सक्सेना ने की। राजस्व परिषद के आदेश के बाद दलितों से खरीदी गई जमीन पर प्रशासन ने कब्जा कर लिया। इसी तरह लेबर सेस की वसूली के लिए भी आकाश ने लगातार शिकायतें कीं। हालांकि यह मामला सपा शासनकाल से चल रहा था, लेकिन आजम खां लेबर सेस जमा नहीं कर रहे थे। इस पर श्रम विभाग ने उनकी आरसी जारी कर दी। बुधवार को प्रशासन ने 1.37 करोड़ लेबर सेस की वसूली के लिए यूनिवर्सिटी की दो इमारतें कुर्क कर लीं। इस दौरान श्रम विभाग के कर्मचारी भी मौजूद रहे।