दो बच्चों से बनता है खुशहाल परिवार : डा. शशि
रामपुर परिवार नियोजन के प्रति जागरूकता बढ़ाने के मकसद से सरकार ने अनूठी पहल की है।
रामपुर : परिवार नियोजन के प्रति जागरूकता बढ़ाने के मकसद से सरकार ने अनूठी पहल की है। प्रत्येक माह की 21 तारीख को खुशहाल परिवार दिवस मनाने का निर्णय लिया है। इसके तहत शनिवार को जिले भर के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, सीएचसी और पीएचसी पर खुशहाल परिवार दिवस पर कार्यक्रम आयोजित किए गए।
जिला महिला अस्पताल में हुए कार्यक्रम का मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. शशि गुप्ता ने फीता काटकर उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने खुशहाल परिवार के बारे में बताया कि मां बनना किसी भी महिला के लिये गर्व की बात है, लेकिन यदि संतान रोगी या दुर्बल पैदा हो या फिर घर की आर्थिक स्थिति सही न हो ऐसे में परिवार खुशहाल नहीं रहता है। इसके लिए जरूरी है कि सही उम्र में शादी हो। शादी के बाद परिवार नियोजन की अस्थाई विधियों को अपना कर अपने अनुकूल संतान नियोजन की जाए। दो बच्चों में कम से कम तीन साल का अंतर रखते हुए लड़का हो या लड़की, दो ही बच्चों से बने परिवार में खुशहाली मिलती है।
लोहा पट्टी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर हुए कार्यक्रम में डा. कुलदीप सिंह चौहान ने दंपतियों को बुलाकर खुशहाल परिवार के संबंध में जरूरी जानकारी दी। कहा कि जिस महिला की पहली संतान आपरेशन से हुई है, वह पांच साल बाद ही दूसरी संतान के बारे में योजना बनाएं। एक बच्चे के बाद तीन साल का अंतर बहुत जरूरी है। उन्होंने बताया कि गांव की आशा कार्यकर्ता खुशहाल परिवार दिवस के लिए घर-घर जाकर जागरूक कर रही हैं। उनकी मदद से कोई भी खुशहाल परिवार के बारे में जानकारी कर सकता है। इस मौके पर टेक्निकल सपोर्ट यूनिट के पवन कुमार एवं लाजिस्टिक मैनेजर सुरेंद्र कुमार आदि भी मौजूद रहे।