रामपुर की हुनर हाट में पहुंचे 16 लाख लोग
मुस्लेमीन रामपुर केंद्र सरकार की ओर से रामपुर में लगी हुनर हाट में करीब 16 लाख लोग शामिल हुए जो अपने आप में एक रिकार्ड है।
मुस्लेमीन, रामपुर : केंद्र सरकार की ओर से रामपुर में लगी हुनर हाट में करीब 16 लाख लोग शामिल हुए, जो अपने आप में एक रिकार्ड है। इसमें करीब 22 करोड़ का कारोबार हुआ।
केंद्र सरकार के अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा आयोजित 10 दिनी हुनर हाट का रविवार को कवि सम्मेलन के साथ समापन हो गया। हुनर हाट की प्रबंधकीय कमेटी के सदस्य मुहम्मद तारिक के मुताबिक, हाट के गेट पर ही मशीनें लगाई गईं, इनसे होकर ही लोग अंदर पहुंचते थे। मशीनें आगंतुकों की गिनती भी करती रहीं। करीब 16 लाख लोग हुनर हाट में शामिल हुए। करीब 11 करोड़ का सामान हुनर हाट में दस्तकारों से खरीदा, जबकि इतनी ही रकम के ई-प्लेट फार्म पर आर्डर मिले हैं। इस तरह करीब 22 करोड़ का कारोबार हुआ है। इससे उन दस्ताकारों को भी रोजगार मिला, जिन्होंने सामान तैयार कराने में मदद की। असोम से बांस के बर्तन लेकर आए अमल दास ने बताया कि उनका सामान तो आठ दिन में ही बिक गया। उनकी उम्मीद से ज्यादा अच्छी बिक्री हुई। रामपुर में हर साल लगेगी हुनर हाट
हुनर हाट की सफलता से केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी भी गदगद हैं। वह चार दिन परिवार के साथ रामपुर में रहे । अब वह हर साल रामपुर में हुनर हाट लगाने की बात कह रहे हैं। उनका कहना है कि पहले प्रदेश की राजधानी और बड़े महानगरों में ही हुनर हाट का आयोजन होता रहा। लेकिन, रामपुर में जो सफलता मिली है, उसे देखकर छोटे शहरों में भी लगाने का इरादा किया है। लोगों के लिए बना रहा पिकनिक स्पाट
हुनरहाट में रामपुर ही नहीं, बल्कि आसपास के जिले मुरादाबाद, बरेली और रुद्रपुर से भी काफी लोग आए। नैनीताल जा रहे पर्यटकों ने भी इसका आनंद लिया। इसमें सभी झूले फ्री थे। जगह-जगह छप्पर के शेड, बैलगाड़ी, ऊंटगाड़ी, हाथियों के स्टेचू बने थे। मिक्की माउस और जोकर बच्चों का मनोरंजन करते दिखे। उनके साथ बच्चे सेल्फी ले रहे थे। लजीज व्यंजन का भी मिला जायका
हुनर हाट में देश के सभी राज्यों के लजीज व्यंजन का खूब जायका लिया। शाम को पहले स्थानीय कलाकार तो उसके बाद देश के नामचीन कलाकार अपने अपनी प्रस्तुति देते। हास्य कलाकार राजू श्रीवास्तव और अहसान कुरैशी ने जहां लोगों को लोटपोट किया तो बालीवुड के गायकों ने सुरीली आवाज में गाने सुनाए। आखिरी दिन कवि सम्मेलन में भी नामचीन कवि और शायर शामिल हुए।