Move to Jagran APP

126 माडल गांवों का हुआ चयन, जल्द खुलेंगी मृदा प्रयोगशालाएं

कोई भी फसल को बोने से पहले जमीन की उर्वरा क्षमता की जांच किया जाना बहुत आवश्यक होता है। उसके आधार पर ही बीज बोने के बाद उसके खाद-पानी आदि की व्यवस्था करनी होती है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 24 Oct 2020 06:30 PM (IST)Updated: Sat, 24 Oct 2020 06:30 PM (IST)
126 माडल गांवों का हुआ चयन, जल्द खुलेंगी मृदा प्रयोगशालाएं
126 माडल गांवों का हुआ चयन, जल्द खुलेंगी मृदा प्रयोगशालाएं

जागरण संवादददाता, रामपुर : कोई भी फसल को बोने से पहले जमीन की उर्वरा क्षमता की जांच किया जाना बहुत आवश्यक होता है। उसके आधार पर ही बीज बोने के बाद उसके खाद-पानी आदि की व्यवस्था करनी होती है। इसके लिए अब तक जनपद के किसानों को जिला मुख्यालय पर स्थापित मात्र एक ही प्रयोगशाला पर निर्भर रहना पड़ता है।

loksabha election banner

अब बहुत जल्द गांव स्तर पर भी इनकी स्थापना होगी। सरकार की ओर से इसकी शुरुआत हो चुकी है। अपने रामपुर में भी 126 गांवों का चयन किया जा चुका है। प्रदेश के कई जनपदों में तो इसे शुरू भी कर दिया गया है। अपने जनपद में भी कृषि विभाग को हर विकास खंड से कुछ माडल गांवों का चयन करने के लिए कहा गया था।

कृषि उप निदेशक नरेंद्र पाल ने बताया कि छह ब्लाकों में 126 माडल गांव चयनित किए गए हैं। प्रत्येक ब्लाक से 21 गांवों का चयन किया गया है। उसके बाद शासन स्तर से आगे के लिए अभी कोई आदेश इस विषय में प्राप्त नहीं हुए हैं। अगर यह प्रक्रिया पूरी हो जाती है तो किसानों को जनपद मुख्यालय तक की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी। इसके साथ ही बेरोजगार युवाओं को अपने गांव में ही रोजगार भी मिल जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.