दारोगा ने पहले पीटा फिर मांगी माफी, सस्पेंड
संसू, बछरावां (रायबरेली) : मारपीट के मामले में हलका दारोगा एक निर्दोष युवक को बछरावां थ
संसू, बछरावां (रायबरेली) : मारपीट के मामले में हलका दारोगा एक निर्दोष युवक को बछरावां थाने उठा लाए। उसे बैरक में बंद कर पट्टों से पीटा फिर शांतिभंग में चालान भी कर दिया। उससे दस हजार की रिश्वत भी मांगी। मामला विधायक के संज्ञान में आने पर दारोगा से सवाल जवाब किया गया। गलती मिलने पर एसपी ने उन्हें सस्पेंड कर दिया। साथ ही सीओ महराजगंज को प्रकरण की जांच सौंप दी गई है।
कस्बे में पानी टंकी, महाराजगंज रोड निवासी शिवमोहन (30) पुत्र सत्यनारायण सोमवार को शिवगढ़ रोड पर स्थित कूटी मोहल्ले में अपने एक नजदीकी की जन्मदिन पार्टी में शामिल होने आया था। शाम के वक्त कूटी मोहल्ले में मारपीट हो गई। सूचना पर हलका दारोगा संजय गुप्ता पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। वहां मोहल्ले के ही सुरेंद्र और एक महिला के बीच झगड़ा हो रहा था। पुलिस सुरेंद्र के साथ ही वहां मौजूद शिवमोहन को भी थाने उठा लाई। शिवमोहन ने प्रभारी निरीक्षक रवेंद्र ¨सह को बताया कि उसका इस झगड़े से कोई लेना-देना नहीं है। उस महिला ने भी शिकायती पत्र में सिर्फ सुरेंद्र का ही जिक्र किया। इस पर प्रभारी निरीक्षक ने दारोगा संजय से शिवमोहन को छोड़ने के लिए कहा। एसएचओ के निर्देश को भी दारोगा ने नजरअंदाज किया। यही नहीं, रात में उसने शिवमोहन की पट्टे से खूब पिटाई की। रात में उसे छोड़ने के लिए दस हजार रुपये घूस भी मांगा। रिश्वत न मिलने पर मंगलवार सुबह शिवमोहन का शांतिभंग में चालान कर दिया गया। जवाब नहीं दे पाए दारोगा
बुधवार को पीड़ित विधायक राम नरेश रावत से मिला और पूरा मामला बताया। दोपहर लगभग दो बजे विधायक पीड़ित को लेकर थाने पहुंचे। वहां कूटी मोहल्ले की महिला और सुरेंद्र को भी बुलाया गया। पूरा मामला सुनने के बाद मारपीट के मामले में सुलह करा दी गई। फिर दारोगा संजय से पूछा गया कि आखिर शिवमोहन को क्यों पीटा। दारोगा जवाब नहीं दे पाए। उल्टे विधायक के सामने ही उन्होंने पीड़ित से माफी मांग ली। साथ ही दस हजार रुपये भी शिवमोहन को दिए। इधर, मामला एसपी सुजाता ¨सह के संज्ञान में आया तो उन्होंने तुरंत एसआइ को सस्पेंड कर दिया।
पहले भी आ चुकी हैं शिकायतें
एसआइ संजय गुप्ता द्वारा फरियादियों की पिटाई का यह पहला मामला नहीं है। एसपी को बताया गया कि पहले भी दो बार एसआइ लोगों को पीट चुके हैं। हालांकि, मामला थाने के बाहर ही निपटा दिया गया। इस बार बात विधायक तक पहुंची और फिर उच्चाधिकारियों तक। उनकी कार्यशैली से कस्बे के लोग खासे आहत हैं। वर्दी कीडर से कोई आवाज नहीं उठा रहा था। एसआइ ने कानून तोड़ा है। इसलिए उन्हें निलंबित किया गया है। इसकी जांच सीओ महराजगंज को सौंपी गई है। रिपोर्ट आने पर कड़ी कार्रवाई भी हो सकती है।
-सुजाता ¨सह, पुलिस अधीक्षक, रायबरेली
मानवाधिकारों का हनन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दारोगा का गलत बर्ताव कानून व्यवस्था के लिए ठीक नहीं है। आगे भी कोई गलती करेगा तो उसे सजा दिलाई जाएगी।
-रामनरेश रावत, विधायक, बछरावां