मासूम की मौत में किसकी लापरवाही, एसडीएम और सीओ ने की जांच
आयुर्वेद चिकित्सा विभाग के अधिकारियों से मांगी जानकारी संचालक को भेजा नोटिस
रायबरेली : हलोर में बिना पंजीयन संचालित निजी अस्पताल में भर्ती छह माह के बच्चे की शनिवार को इलाज के दौरान मौत हो गई थी। परिवारजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप था। इसी प्रकरण की जांच एसडीएम और सीओ ने अस्पताल में जाकर की और संचालक को नोटिस भेजा है।
उप जिलाधिकारी विनय मिश्र जब निजी हॉस्पिटल में पहुंचे तो संचालक नहीं मिले। स्टाफ में राघवेंद्र मिला, उसने बताया कि अस्पताल का पंजीकरण नहीं है। राजकीय आयुर्वेदिक अस्पताल के डॉ. रणजीत कुमार ही यहां बैठते हैं और मरीज देखते हैं। बीमारों को भर्ती करने के लिए बेड भी लगे मिले। वहां एलोपैथ की दवा मिलने पर राघवेंद्र ने बताया कि एमआर आते हैं, वही देकर गए हैं। फिर पूछा गया कि डॉक्टर आयुर्वेद के हैं तो एलोपैथ की दवाओं के सैंपल क्यों, आयुर्वेदिक दवाओं के होने चाहिए। इस पर वह कुछ नहीं बता सका। स्थानीय लोगों ने बताया कि करीब दो साल से ये अस्पताल चल रहा है। आसपास के लोग यहीं पर आकर इलाज करा रहे हैं। एसडीएम ने जिला आयुर्वेदिक अधिकारी से इस संबंध में जवाब मांगा है। अस्पताल के संचालक को भी नोटिस भेजा है। कपूरपुर मजरे जमुरावां निवासी सोनू शुक्ल ने अपने बेटे वंश गोपाल को उल्टी, दस्त की शिकायत होने पर इसी अस्पताल में भर्ती कराया था। करीब नौ घंटे तक उसका इलाज चला, लेकिन डॉक्टर उसकी जान नहीं बचा सके।
सड़क हादसे में युवक की मौत रायबरेली : बांदा-बहराइच राजमार्ग पर रविवार को सड़क हादसे में एक युवक की मौत हो गई। पुलिस ने उसके घर वालों तक घटना की खबर पहुंचाई, जिसके बाद वह मौके पर पहुंचे।
बछरावां के मुसाहिब खेड़ा मजरे इचौली के ब<स्हृद्द-क्तञ्जस्>चू लाल (26) हैदरगढ़ में किसी ईंट भट्ठे पर नौकरी करते थे। रविवार शाम वे बाइक से हैदरगढ़ से घर जा रहे थे। बांदा-बहराइच मार्ग पर पिपरी-मनऊखेड़ा के बीच किसी वाहन की चपेट में आ गये। इस हादसे में उनकी मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने छानबीन के बाद उसके बारे में पता लगाया। फिर घर वालों को घटना की जानकारी दी। थानाध्यक्ष धीरेंद्र कुमार यादव ने बताया कि अज्ञात वाहन ने बाइक सवार को टक्कर मारी थी। तहरीर मिलने के बाद केस दर्ज कर वाहन का पता लगाया जाएगा।