देखता रहा आरडीए, खड़ी हो गई इमारत
रायबरेली : बिल्डरों और आरडीए का गठजोड़ किसी से छिपा नहीं है। अभियंताओं और अवैध ि
रायबरेली : बिल्डरों और आरडीए का गठजोड़ किसी से छिपा नहीं है। अभियंताओं और अवैध निर्माण कराने वालों के बीच रिश्तों को उजागर करने वाली वैसे तो यहां कई इमारतें हैं। अगर, कोई देखना चाहे तो शहर के प्रमुख डिग्री कॉलेज चौराहा पहुंच जाएं। यहां चार मंजिल ऐसी बि¨ल्डग है, जो एक भी मानक पूरे नहीं करती। मगर, अभियंताओं ने इसे खड़ा करा दिया।
विकास प्राधिकरण का कार्यालय जेल गार्डेन रोड पर है। प्राधिकरण के ज्यादातर अफसर डिग्री कॉलेज चौराहे से आते-जाते हैं। दिनभर अभियंताओं का आना-जाना होता है। वैसे तो अवैध निर्माणों की खोज में अभियंता गलीकूचों तक छान मारते हैं। मगर, किसी ने आरडीए दफ्तर के रास्ते पर ही चौराहे के ठीक पास बनी उस चार मंजिला इमारत की तरफ ध्यान नहीं दिया, जो किसी भी मानक पर खरा नहीं उतरती। विभागीय सूत्र बताते हैं कि इस इमारत का नक्शा पास नहीं है। कई महीने पहले नक्शा दाखिल हुआ था। नक्शा आवासीय था और मौके पर निर्माण व्यावसायिक। इसके अलावा अन्य तमाम खामियां थीं। नजीता तत्कालीन जेई ने आपत्तियां लगा दी। इसके बाद नक्शा पास नहीं हुआ, लेकिन काम लगातार चलता रहा। बावजूद किसी ने इस पर अंकुश लगाने की जहमत नहीं उठाई। यह तो सिर्फ एक उदाहरण मात्र है। इसी तरह अन्य तमाम इमारतें नियमों को ताख पर रखबर सिर्फ अभियंताओं की साठगाठ से बन गई।
इनकी भी सुनें
डिग्री कॉलेज चौराहे पर चार मंजिल की अवैध इमारत के निर्माण की जानकारी नहीं है। इसे दिखवाया जाएगा। अगर, नियमों के विपरीत निर्माण हुआ है तो उचित कार्रवाई होगी।
-एके राय, एक्सईएन, आरडीए