जागरण जगाता रहा, जिम्मेदार सोते रहे
बछरावां (रायबरेली) : सबकी समस्याओं को उठाना तो दैनिक जागरण की जिम्मेदारी है। बछरावां म
बछरावां (रायबरेली) : सबकी समस्याओं को उठाना तो दैनिक जागरण की जिम्मेदारी है। बछरावां में हाईवे की अवैध पार्किंग के मामले में भी इसने अपने कर्तव्यों को निर्वहन किया। मुसाफिरों की सहूलियत की खातिर अरबों रुपये से बना हाईवे उनके खून से लाल न हो, इसकी खातिर दैनिक जागरण ने जिम्मेदारों को जगाने की कोशिश की। मगर, अफसरानों की नींद न टूटी।
बछरावां में सड़कों पर भारी वाहनों की पार्किंग का मर्ज काफी पुराना है। इलाके में खुले कुछ उद्योगों ने इसे और बढ़ावा दे दिया है। समस्या दिन ब दिन बढ़ती जा रही थी। हर व्यक्ति इससे परेशान था। यात्रियों के सिर पर तो हर वक्त मौत मंडरा रही थी। दैनिक जागरण ने समय-समय पर अपनी खबरों के माध्यम से इस मुद्दों को उठाया। 19 नवंबर को नियमों की परवाह न कार्रवाई का डर, हाईवे पर पार्किंग को खबर छापी गई। थानाध्यक्ष रवेंद्र ¨सह ने तब कहा था ऐसे ट्रक चालकों पर कार्रवाई होगी। मगर, हुआ कुछ नहीं। इसके बाद 15 जनवरी को फिर यही प्रकरण जागरण ने उछाला। समस्या को लेकर स्थानीय पुलिस से संपर्क किया गया। फिर वही पुराना राग खाकी ने अलापा। कार्रवाई की बात कही, लेकिन फिर चुप्पी साध कर बैठ गई। उधर, प्रशासन का रवैया भी प्रकरण में लापरवाही भरा रहा। अगर, जिम्मेदार पहले ही इसे संज्ञान ले लेते तो यह नौबत ही न आती।
हादसे के बाद दिखाई तेजी
पहले तो पुलिस सोती रही, लेकिन जब हादसे में पांच लोगों की जान चली गई तो वह कुंभकरणी नींद से जागी। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजने के बाद पहले टैंकर और उसके चालक की तलाश हुई। फिर हाईवे पर खड़े ट्रक व अन्य भारी वाहनों पर उसकी नजर पड़ी। सभी को वहां से खदेड़ा गया।