राहत के बजाय चौपट हो गई यातायात व्यवस्था
रायबरेली : पुलिस और प्रशासन ने शहर में बसों का रुख मोड़ दिया। नाम सहूलियतों का था। मगर
रायबरेली : पुलिस और प्रशासन ने शहर में बसों का रुख मोड़ दिया। नाम सहूलियतों का था। मगर, हुआ ठीक उलट। बंद कमरे में लिए गए निर्णय ने लोगों की मुसीबतें और बढ़ा दीं। आने और जाने दोनों की मंजिल एक है, लेकिन अब किराया भी अलग-अलग चुकाना पड़ रहा है। वहीं जाम की समस्या और विकराल हो गई है।
रायबरेली डिपो की लखनऊ आने-जाने वाली बसें पहले कहारों का अड्डा और अहिया रायपुर होते हुए त्रिपुला चौराहे के पास लखनऊ-इलाहाबाद हाईवे पर निकलती थीं। मगर, प्रशासन ने लखनऊ से आने वाली बसों के इस रूट से निकलने पर रोक लगा दी। अब इन्हें रतापुर, गोल चौराहा, सिविल लाइंस, डिग्री कॉलेज चौराहा, कैनाल रोड, पुलिस लाइन होते हुए बस स्टेशन तक ले जाया जाता है। नए रूट के निर्धारण से बसों का सफर बढ़ा। इसी के साथ डिपो ने किराया भी बढ़ा दिया। अब रायबरेली से लखनऊ जाने के लिए तो 92 का टिकट बनता है। जबकि वापस आने पर यात्रियों से 98 रुपय किराया लिया जा रहा है। खास बात ये भी है कि नए रूट के चौराहे पहले से व्यस्त थे। पूरे दिन जाम लगा रहता था। बसों के चलने से समस्या और विकराल हो गई है। इनसेट
रायबरेली आने का पुराना और नया किराया
यहां से तक : पहले : अब
लखनऊ से : 92 रुपये : 98 रुपये
मोहनलालगंज से : 69 रुपये : 73 रुपये
निगोहा से : 55 रुपये : 59 रुपये
बछरावां से : 32 रुपये : 36 रुपये
हरचंदपुर से : 18 रुपये : 22 रुपये नोट : यह किराया सिर्फ रायबरेली डिपो की सरकारी व अनुबंधित बसों पर लागू है। इनसेट
मंजिल वही, किराया अलग
रायबरेली डिपो के अलावा प्रयाग और अन्य डिपो की बसें भी लखनऊ से रायबरेली होकर आती-जाती हैं। उदाहरण के तौर पर प्रयाग डिपो की बस भी लखनऊ से मुसाफिरों को रायबरेली लाती हैं। मुसाफिर सिविल लाइंस चौराहे पर उतरते हैं। लेकिन, इनसे पुराना किराया ही लिया जा रहा है। अन्य डिपो की बसों पर भी पुराना किराया लागू है। शहर में लागू नए रूट के अनुसार रायबरेली डिपो की बसें भी सिविल लाइंस होकर जाती है। मगर, इन पर किराया बढ़ा दिया गया है।
पहले था जाम का एक प्वाइंट, अब हुए छह
पुराने रूट पर सिर्फ एक कहारो का अड्डा पर ही जाम लगता था। मगर, नए रूट पर चार ऐसे प्वाइंट हैं। त्रिपुला से चलने के बाद रतापुर, सिविल लाइंस, डिग्री कॉलेज चौराहा, कैनाल रोड, पुलिस लाइन चौराहा, बस स्टेशन के निकट कचेहरी रोड ऐसे स्थान हैं, जहां पर पहले से ही जाम की समस्या थी। पुराने रूट से आने पर बसें सिर्फ एक जगह जाम में फंसती थी। मगर, अब इन सभी स्थानों पर बस यात्रियों को जाम से जूझना पड़ता है।
कुंभ के दौरान यहीं दिखेगा भीषण जाम
रायबरेली : जिलाधिकारी संजय खत्री ने गुरुवार को हुई एक बैठक में कुंभ को लेकर अफसरों के साथ चर्चा की। स्पष्ट कहा कि कुंभ जाने वाले हाईवे पर या अन्य रूटों पर जाम न लगने पाए। मगर, इस पर अमल कैसे संभव होगा। क्योंकि इस आदेश के पहले ही प्रशासन ने रायबरेली डिपो की बसें भी लखनऊ-इलाहाबाद हाईवे पर उतार दीं हैं। जबकि हाईवे का यही हिस्सा कुंभ यात्रियों के लिए प्रमुख रास्ता है। पहले से ही इस पर जाम की विकराल समस्या थी। अब तो कुंभ यात्रियों का जाम से बच पाना मुश्किल होगा।