आज सिर्फ इंजन, 29 को दौड़ेगी पूरी ट्रेन
रायबरेली पिछले कई से साल से जिस दिन का लोगों को इंतजार था। जो सपना लोग देख रहे थे। आज
रायबरेली : पिछले कई से साल से जिस दिन का लोगों को इंतजार था। जो सपना लोग देख रहे थे। आज वह दिन करीब आता और सपना पूरा होता दिखाई देगा। मंगलवार को पहली बार रायबरेली रेलवे स्टेशन होकर बिजली से चलने वाला ट्रेन का इंजन गुजरेगा। इसके बाद 29 मार्च को पूरी ट्रेन बिजली से चलेगी। सब कुछ ठीक रहा तो आने वाले दो महीनों बाद डीजल इंजन इस रूट से गायब हो जाएंगे।
241 करोड़ की लागत से उतरेटिया रेलवे स्टेशन से गौरीगंज तक 113 किलोमीटर लंबी रेल लाइन का विद्युतीकरण हो चुका है। श्रीराज नगर से उतरेटिया तक दोहरीकरण के बाद लाइन शुरू होनी है, जबकि सिग्नल एंड टेलीकॉम (एसएंडटी) की क्लियरेंस के बाद गौरीगंज से रायबरेली तक 47 किलोमीटर लाइन पहले ही रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) ने चार्ज कर दी थी। रायबरेली से श्रीराज नगर तक 36 किलोमीटर लाइन के लिए क्लियरेंस सोमवार को मिल गया। आरवीएनएल को इसी का इंतजार था। आरवीएनएल के प्रबंधक जेएन मिश्र ने बताया कि देर रात इस लाइन को चार्ज किया जाएगा। इसके बाद मंगलवार को बिजली वाला इंजन इस रूट पर दौड़ाकर ट्रायल लिया जाएगा।
पहली बार चलेगी सीआरएस स्पेशल ट्रेन
आरवीएनएल के ट्रायल के बाद पहली दफा अगर कोई ट्रेन बिजली से इस रूट पर चलेगी तो वह होगी मुख्य रेल संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) की स्पेशल ट्रेन। सीआरएस ने इस रूट के निरीक्षण के लिए तिथि निर्धारित कर दी है। 29 मार्च को सीआरएस पहले डीजल इंजन से ट्रेन चलाकर एक-एक प्वांइट चेक करेंगे। इसके बाद दोबारा बिजली के इंजन से उनकी ट्रेन चलेगी।
लग सकते हैं दो महीने
ट्रायल और सीआरएस निरीक्षण भले ही हो जाए, लेकिन फिलहाल अभी इस रूट पर यात्री ट्रेनें चलने में करीब दो महीने का और वक्त लग सकता है। क्योंकि निरीक्षण के बाद सब दुरुस्त मिलने पर गौरीगंज से श्रीराज नगर तक ट्रेन चलाने के लिए सीआरएस अपनी अनुमति दे देंगे, लेकिन श्रीराज नगर से उतरेटिया तक डबलिग का काम अधूरा है। इसे पूरा होने में दो महीने लगेंगे। जिसके बाद ही ट्रेनें चल सकेंगी।