साहब ! पैसे लेकर भी चालान कर देती ट्रैफिक पुलिस
शहर में टैक्सी चालकों से हो रही वसूली की खुली पोल पुलिस अधीक्षक से की गई शिकायत
रायबरेली : अब तक तो सिर्फ चर्चाएं ही थीं कि ट्रैफिक पुलिस टैक्सी वालों से उगाही करती है। मगर, सोमवार को इसे प्रमाणित करने वाले भी मिल गए। अपना दुखड़ा एसपी को सुनाने पहुंचे कुछ टेंपो चालकों ने ट्रैफिक पुलिस की करतूतों का काला चिट्ठा खोल दिया।
रायबरेली-डलमऊ रूट पर टेंपो चलाने वाले कई टेंपो चालक सोमवार को एसपी से मिलने उनके कार्यालय पहुंचे थे। टेंपो चालकों ने ट्रैफिक पुलिस पर मनमानी का आरोप लगाया। यातायात पुलिस का एक सिपाही टेंपो चालकों के खास निशाने पर रहा। चालकों ने कहा कि ट्रैफिक पुलिस के हिस्से के 200 रुपये सभी टेंपो चालकों से हर माह वसूले जाते हैं। टैक्सी स्टैंड के शुल्क के साथ बेवजह से परेशानियों से बचने की खातिर टेंपो चालक यह सुविधा शुल्क भी चुकाते हैं। इसके बाद भी पुलिस उन्हें परेशान करती है। कभी टेंपो खड़ा करने तो कभी सवारियां उतारने के नाम पर चालान कर दिए जाते हैं। जबकि टेंपो चालकों के पास न तो कोई स्टैंड है और न ही दूसरा ठिकाना। फिर भी यह मनमानी हो रही है।
टैक्सी स्टैंड की जगह निर्धारित करने की मांग
गेंदालाल, विजय सोनकर,, पेशकार यादव, विजय कुमार, संदीप सिंह, सूरज मिश्रा, संदीप, अशोक कुमार आदि चालकों ने उत्पीड़न करने वाले सिपाही पर कार्रवाई और अवैध वसूली बंद कराने के साथ ही शहर में टैक्सी स्टैंड के लिए जगह निर्धारित करने की मांग भी उठाई।
कोट
किसी टैक्सी चालक से कोई वसूली नहीं होती। यह आरोप सिर्फ पुलिस पर दबाव बनाने के लिए लगाया जा रहा है ताकि हम कार्रवाई न करें। चालान तभी होता है जब टेंपो सिविल लाइंस चौराहे पर आते हैं।
-प्रशांत सिंह भदौरिया, प्रभारी यातायात