पुरानी पेंशन के लिए हड़ताल, पसरा सन्नाटा तो कहीं काम
जासं, रायबरेली : पुरानी पेंशन की बहाली को लेकर बुधवार को शिक्षकों, कर्मचारियों और अ
जासं, रायबरेली : पुरानी पेंशन की बहाली को लेकर बुधवार को शिक्षकों, कर्मचारियों और अधिकारियों ने एकजुट होकर आवाज बुलंद की। तहसील परिसरों में एकत्र होकर सभी ने धरना दिया। साथ ही सरकार की नीतियों का विरोध करते हुए प्रदर्शन भी किया। इस दौरान कई विभागों में कार्य प्रभावित हुआ, तो कहीं पर कर्मचारी काम करते भी मिले। इससे हड़ताल के कारण विभागीय कार्य प्रभावित नहीं हुए।
सदर तहसील में धरने के दौरान सभी ने पुरानी पेंशन बहाल करो और नई पेंशन हटाओ की मांग करते हुए सरकार के रवैये की ¨नदा की। कहा कि जब तक पुरानी पेंशन बहाल नहीं की जाएगी, तब तक संघर्ष जारी रहेगा। धरने में विकास विभाग, शिक्षा विभाग, राजस्व विभाग, कलेक्ट्रेट के कर्मचारी और अधिकारी शामिल हुए। जिला संयोजक प्रमोद अवस्थी ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों ने कर्मचारियों को मिलने वाली पेंशन से वंचित करने की कोशिश की जा रही है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मौके पर दिनेश बहादुर ¨सह, राजेश शुक्ल, रामा यादव, अरुण ¨सह, राजेंद्र उपाध्यक्ष, अखिलेश्वर श्रीवास्तव, वीके ¨सह, डीएस अस्थाना आदि मौजूद रहे। पुरानी पेंशन सबका अधिकार
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के बैनर तले एमजीआइसी परिसर में शिक्षकों ने प्रदर्शन किया। जिलाध्यक्ष अशोक शुक्ला के नेतृत्व में शिक्षकों ने आवाज बुलंद की। जिलाध्यक्ष ने कहा कि पुरानी पेंशन सबका अधिकार है। नई पेंशन में धोखा दिया जाता है। संयुक्त मंत्री डॉ. रवींद्र बहादुर श्रीवास्तव ने कहा कि नई पेंशन स्कीम छलावा है। मौके पर उमाशंकर ¨सह, दिनेश कुमार, अतुल द्विवेदी, ज्योति ¨सह, धनंजय ¨सह, पंकज वर्मा, अशोक वर्मा, देवेश कुमार ¨सह, रामबाबू आदि मौजूद रहे।