ऐन वक्त पर दौरा कांग्रेस नेता सोनिया गांधी का रायबरेली दौरा स्थगित
प्रशासन और संगठन की सारी तैयारियां जहां की तहां धरी रह गई और कांग्रेस की शीर्ष नेता सोनिया गांधी का शनिवार रायबरेली दौरा स्थगित हो गया। वे यहां करीब पौने दो साल बाद आने वाली थीं।
रायबरेली (जेएनएन)। प्रशासन और संगठन की सारी तैयारियां जहां की तहां धरी रह गई और कांग्रेस की शीर्ष नेता सोनिया गांधी का शनिवार रायबरेली दौरा स्थगित हो गया। वे यहां करीब पौने दो साल बाद आने वाली थीं। गांधी परिवार रायबरेली को अपना घर बताता रहा है। कुल छह घंटे के प्रवास में वे सरकारी बैठक में हिस्सा लेने वाली थीं। साथ ही विकास योजनाओं का लोकार्पण करेंगी और कार्यकर्ताओं से मुलाकात भी करने वाली थी। कांग्रेस का गढ़ माना जाने वाला रायबरेली अपनी सांसद का बेसब्री से इंतजार कर रहा है क्योंकि अपने संसदीय कार्यकाल में सोनिया यहां के लोगों से रूबरू होने अक्सर आती थीं। अपने निर्वाचन क्षेत्र के घर-घर जाकर कुशलक्षेम पूछती रही हैं। इस बार लंबी अवधि बीत गई और वे नहीं आईं। यद्यपि इस दौरान रायबरेली कई बड़े हादसों से सिहर भी उठा। एनटीपीसी हादसे के दूसरे दिन शोक जताने राहुल गांधी आए भी। वहां लोगों की निगाहें सोनिया को तलाशती रहीं।
सोनिया का दौरा स्थगित
सांसद सोनिया गांधी का शनिवार दौरा स्थगित होने के बारे में स्थानीय कांग्रेस नेता कुछ नही बता सके। जिलाध्यक्ष वीके शुक्ल ने बताया कि देर रात दिल्ली से फ़ोन आया। सांसद कल नही आ रही। सोनिया गांधी का शनिवार को जिला समन्वय एवम अनुश्रवण समिति की बैठक में शामिल होने रायबरेली आने का कार्यक्रम पहले से तय था। दो दिन से एसपीजी रायबरेली आ रही थी। देर रात उनका कार्यक्रम स्थगित हो गया।
स्वास्थ्य दौड़भाग की इजाजत नहीं देता
पार्टी के जिम्मेदारों ने जब यह बताया कि सांसद का स्वास्थ्य बहुत दौड़भाग की इजाजत अब नहीं देता है, तब जाकर तसल्ली हुई। उस घटना के बाद से ही सोनिया गांधी के रायबरेली के दौरे की तैयारियां शुरू हो गई थीं। आखिरकार समय तय हुआ और छह घंटे के लिए वे रायबरेली आ रही हैं। शनिवार सुबह 10.30 बजे उनके पहुंचने का कार्यक्रम तय है। सांसद सोनिया गांधी का आना इसलिए भी जरूरी था कि जिला विकास समन्वय एवं अनुश्रवण समिति की बैठक की अध्यक्षता उन्हें ही करनी होती है क्योंकि सरकारी दस्तावेजों में सांसद ही इस समिति का अध्यक्ष होता है। उनकी अनुपस्थिति में इन बैठकों की अध्यक्षता सह अध्यक्ष कर सकता है। रायबरेली में इस समिति की सोनिया अध्यक्ष हैं, जबकि राहुल गांधी सह अध्यक्ष। यूं तो हर तीन महीने में बैठक होनी चाहिए ङ्क्षकतु सांसद की सहज उपलब्धता न होने पर वित्तीय वर्ष के अंदर बैठक अति आवश्यक होती है। वर्ष 2016-17 में सांसद बैठक में आयीं थीं। मार्च से पहले फिर उन्हें आना जरूरी है।
यह था सोनिया गांधी का कार्यक्रम
- 10.30 रायबरेली कलेक्ट्रेट स्थिति बचत भवन में अनुश्रवण समिति की बैठक में पहुंचेंगी।
- 12.30 भूरेमऊ स्थिति गेस्टहाउस में दोपहर वह विश्राम करेंगी
- 2.15 विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास भूरेमऊ गेस्ट हाउस से ही।
- 2.45 उसी गेस्टहाउस में पार्टी नेतागणों के साथ बैठक।
- 4.30 प्रस्थान।