बैंक में नियुक्ति लेने आया अभ्यर्थी भागा, सॉल्वर पकड़ा गया
रायबरेली सिविल लाइंस स्थित बड़ौदा उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक में शनिवार को नियुक्ति दिलाने आ
रायबरेली : सिविल लाइंस स्थित बड़ौदा उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक में शनिवार को नियुक्ति दिलाने आया एक जालसाज दबोच लिया गया। चूंकि इसी बैंक में गुरुवार को दो अभ्यर्थी भी पकड़े गए थे। जिनकी परीक्षा सॉल्वरों ने दी थी। मामला खुलने पर बैंक अधिकारियों ने नियुक्ति के दौरान अति सतर्कता बरतनी शुरू की। परिणाम स्वरूप फिर एक नया मामला पकड़ में आया। इस पूरे रैकेट के तार बिहार प्रांत से जुड़े हैं।
बैंक, जिस पर लोगों का खूब भरोसा होता है। अपनी गाढ़ी कमाई बिना संकोच वहां रखते-निकालते हैं। व्यवस्था से ज्यादा वे बैंक कर्मचारियों पर विश्वास करते हैं। उन्हीं बैंकों में नियुक्ति के लिए बहुत गहराई तक जालसाजी ने अपनी जड़ें जमा ली हैं। 72 घंटे भीतर तीन गिरफ्तारियां इस बात का प्रमाण हैं। शनिवार को बड़ौदा उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक में क्लर्क और अधिकारियों के पदों पर नियुक्तियों के लिए अभ्यर्थियों के सत्यापन की प्रक्रिया चल रही थी। इसी दौरान गाजियाबाद के राजनगर निवासी सॉल्वर मनीष कुमार पुत्र स्व. अनिल कुमार अफसरों के पास पहुंचा। पहली चक्र में बायोमीट्रिक मशीन पर अंगूठा लगाना होता है। उसको उसने पूर्ण किया। मगर, बैंक अफसरों ने सतर्कता बरतते हुए इस बार जीने के दरवाजे पर ताला लगवा दिया। जब दस्तावेज मांगे गए तो मनीष इधर-उधर की बातें करने लगा। मामला समझने में देर न लगी और पुलिस बुलाई गई। उस युवक को असली अभ्यर्थी अर्जुन कुमार निवासी रामपुर आर्मी, डिगवारा सारन प्रांत बिहार को ढूंढने का प्रयास हुआ लेकिन, तब तक वह माजरा जान चुका था और वहां से रफूचक्कर हो गया। मनीष की जामा तलाशी में अर्जुन का आधार कार्ड, ज्वाइंट बैंक अकाउंट मिला। पुलिस ने उसका मोबाइल जब्त कर लिया है।