शिकायतें 196, निस्तारण सिर्क 20 का
संसू, सलोन (रायबरेली) : ब्लाक परिसर में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में जिलाधिकारी के न पहुं
संसू, सलोन (रायबरेली) : ब्लाक परिसर में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में जिलाधिकारी के न पहुंचने पर कई फरियादी मायूस होकर लौट गये। समाधान दिवस की अध्यक्षता कर रहे मुख्य विकास अधिकारी ने फरियादियों की समस्याओं का गुणवत्ता पूर्ण ढंग से निस्तारण किया जाने के निर्देश दिये।
सीडीओ राकेश कुमार ने कहा कि शिकायतों के निस्तारण में शासन की मंशानुरूप काम नहीं हुआ तो कार्रवाई सुनिश्चित की जायेगी तथा शिकायतों का निस्तारण प्राथमिकता से समयबद्ध रहते हो जाना चाहिए। इस दौरान कुल 196 फरियादियों ने अपनी शिकायतें दर्ज कराई। इसमें 20 शिकायती पत्रों का मौके पर ही निस्तारण कर दिया गया।
अधिवक्ता तेजभान वर्मा ने शिकायती पत्र देकर बताया कि दो दिन पूर्व किसी मामले में निरुद्ध आरोपी गुड्डू उर्फ जैनुल की जमानत कराने एसडीएम कोर्ट जा रहे थे तभी चे¨कग के नाम पर सूंची चौकी इंचार्ज बृजपाल ¨सह ने अधिवक्ता को रास्ते में रोककर गालियां देनी शुरू कर दीं और बाइक के समस्त कागजात होने के बावजूद चालान काटने की धमकी देने लगे। अधिवक्ता ने चौकी इंचार्ज के खिलाफ शिकायती पत्र देकर कार्रवाई की मांग की है। अधिवक्ता ने आरोपित दारोगा पर कार्रवाई न करने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। वहीं, भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष आलम जहीर ने मुख्य विकास अधिकारी को ग्रामीणों की समस्याओं से अवगत कराते हुए बताया कि विकास खंड छतोह में 2016-18 से प्रत्येक गावों में लगे लगभग 80 फीसदी सरकारी हैंडपंप खराब और बंद पड़े हैं। इसकी शिकायत कई बार खंड विकास अधिकारी से की गई। परंतु आज तक समस्या का निस्तारण नहीं किया गया है। केवलपुर माफी निवासी अशोक कुमार ने उपजिलाधिकारी आशीष ¨सह को शिकायती पत्र देकर बताया कि इसी गांव के राजाराम, गुरु प्रसाद, रामकिशुन ने अपनी सरहंग और दबंगई के बल पर खड़ंजा उखाड़कर ईट को अपने घर पर रख लिया और रास्ते में शौचालय बनवा दिया और रास्ते को पूरी तरह से बंद कर दिया है। इस अवसर पर तहसीलदार रामकुमार शुक्ला, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डीके ¨सह, क्षेत्राधिकारी गोपी नाथ सोनी, कोतवाल रामाशीष उपाध्याय, समेत अधिकारी मौजूद रहे। डलमऊ में पांच शिकायतें ही निस्तारित
संसू, डलमऊ : डलमऊ तहसील सभागार मंगलवार को डलमऊ उपजिलाधिकारी जीतलाल सैनी की अध्यक्षता में संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। समाधान दिवस के दौरान कुल 41 शिकायती पत्र आए, जिनमें मौके पर महज पांच शिकायतों का मौके पर निस्तारण किया गया।