अफवाहें दरकिनार, कोरोना रोधी टीका लगवाने को लग रही लंबी कतार
खीरों में टीकाकरण का विरोध करने वाले भी टीका लगवाने का कर रहे इंतजार। अपरान्ह दो बजे तक अधिकांश सेंटरों पर खत्म हो जाती है वैक्सीन।
रायबरेली : मंगलवार को करीब 13 हजार लोगों को कोरोना रोधी टीका लगाया गया। शहर के साथ ही ग्रामीणांचल में टीका लगवाने आए बहुत से लोगों को निराश होकर लौटना पड़ा। पहले जो लोग टीका लगवाने के लिए बुलाने पर भी नहीं आते थे, अब वे लाइन लगाकर नंबर आने का इंतजार कर रहे हैं।
खीरों क्षेत्र में कुछ माह पहले टीका लगाने के लिए गांव-गांव जाने वाली टीमों को निराशा हाथ लगती थी। टीके को लेकर गलत अफवाहें और जागरूकता की कमी के कारण लोग घरों का दरवाजा तक नहीं खोलते थे। पुलिस और प्रशासन का दबाव पड़ने पर भी कुछ ही लोग टीका लगवाते थे। दूसरी लहर आने के बाद एकाएक माहौल बदला। अब जब ग्रामीणों में जागरूकता बढ़ी है तो विभाग वैक्सीन पूरी नहीं कर पा रहा है। सीएचसी पर टीकाकरण के लिए लोग घंटों इंतजार करते हैं। मंगलवार को भी ऐसे ही कुछ हालात देखने को मिले। यहां पर वैक्सीन ही नहीं थी। ²गपालगंज निवासी निर्मला देवी, भीतरगांव की सरला देवी, केशकली, दुलारेपुर निवासी गिरजा देवी, प्रियंका आदि ने बताया कि वह सुबह आठ बजे से आस लगाए बैठी थीं कि वैक्सीन आएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अब वे दोबारा जानकारी करके ही टीकाकरण कराने आएंगी। सीएचसी प्रभारी डा. इफ्तिखार अहमद ने बताया कि वैक्सीन नहीं मिलने के कारण टीकाकरण बंद है।
कई दिनों से लौट रहे बैरंग : बेलाभेला सीएचसी में 110 लोगों को टीका लगा। पूरे तमोली निवासी वंदना, शीतला देवी, फूलकली, पूरे खूनू के रामलखन व संतोषा और पूरे बल्लू की अनारकली, रीना, शकुंतला व सुमेरा ने बताया कि वे कई दिनों से टीका लगवाने के लिए आ रही हैं, लेकिन उनका नंबर आने से पहले ही वैक्सीन खत्म हो जाती है।
एक साल के बालक समेत दो संक्रमित :
डीह निवासी वृद्धा और सतांव के एक साल के बच्चे की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। दोनों को होम आइसोलेट किया गया है। स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी डीएस अस्थाना ने बताया कि इस माह में अब तक पांच संक्रमित मिले हैं। सक्रिय केस 32 हो गए हैं।