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खाने का बजट डकार रहे जिम्मेदार

रायबरेली सरकार की योजनाओं में जिम्मेदार ही रोड़ा बने हुए हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताअ

By JagranEdited By: Published: Sat, 23 Feb 2019 11:57 PM (IST)Updated: Sat, 23 Feb 2019 11:57 PM (IST)
खाने का बजट डकार रहे जिम्मेदार
खाने का बजट डकार रहे जिम्मेदार

रायबरेली : सरकार की योजनाओं में जिम्मेदार ही रोड़ा बने हुए हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के चल रहे प्रशिक्षण के दौरान खाने का बजट ही डकारने में लगे हैं। हाल यह है कि महज चाय-बिस्किट तो कहीं पर समोसा खिलाकर वापस भेज रहे हैं। इससे उनमें आक्रोश व्याप्त है। वहीं लालगंज में विरोध हुआ, तो लीपापोती करने में लग गए हैं।

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जिले में करीब 2800 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता है। सरकार की ओर एंड्राइड मोबाइल फोन वितरित किया गया है। इसे संचालन के लिए प्रशिक्षण दिलाया जा रहा है। इसकी शुरुआत भी शुक्रवार को हो गई। इसमें प्रति व्यक्ति 125 रूपये भोजन पर खर्च किया जाना है। वहीं इस बजट में जिम्मेदार सेंध लगाने लगे हैं। हाल यह रहा कि कुछ जगह पर तो चाय समोसा ही दिया गया। इसमें बमुश्किल से 50 रुपये ही खर्च हो सका।

जलपान न देने का आरोप

लालगंज में प्रशिक्षण शिविर के पहले ही दिन कार्यकर्ताओं के जलपान की व्यवस्था नहीं की गई। इससे उनमें नाराजगी रही। कार्यकर्ताओं का कहना था कि शासन द्वारा इसके लिए धन आवंटित किया गया है, लेकिन उसे खर्च नहीं किया जा रहा। उधर, सीडीओ नीरा भाष्कर का कहना है कि हर सेंटर पर जलपान की व्यवस्था कराई गई है।

राज्य सलाहकार ने देखी हकीकत

भारत सरकार केयर इंडिया के राज्य सलाहकार हीना पांडेय ने ने प्रशिक्षण शिविर की हकीकत देखी। बताया कि रायबरेली के अलावा फतेहपुर, श्रावस्ती, बहराइच और सीतापुर में ट्रे¨नग की जिम्मेदारी है। कुछ जगह खामियां मिली हैं।

कोट

प्रशिक्षण में सभी जगह भोजन देने के निर्देश दिए गए हैं। इसके बाद भी कहीं पर गड़बड़ी मिलती है तो जांच कराई जाएगी।

-कन्हैया लाल, प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी


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