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फ्लैट बिके नहीं, अब मकान व प्लॉट बेचेंगे

रायबरेली : आरडीए यानी रायबरेली विकास प्राधिकरण। खुद लगाना और खुद कमाना। यही इसकी काय

By JagranEdited By: Published: Wed, 16 Jan 2019 11:56 PM (IST)Updated: Wed, 16 Jan 2019 11:56 PM (IST)
फ्लैट बिके नहीं, अब मकान व प्लॉट बेचेंगे
फ्लैट बिके नहीं, अब मकान व प्लॉट बेचेंगे

रायबरेली : आरडीए यानी रायबरेली विकास प्राधिकरण। खुद लगाना और खुद कमाना। यही इसकी कार्यशैली है। शहीद स्मारक के पास अमोल विहार योजना में भी इसी उम्मीद से करोड़ों रुपये लगाए गए थे। पहली प्राथमिकता बहुमंजिली इमारतों को दी गई। इसी के तहत 16 फ्लैट बनाए गए। मगर, योजना परवान न चढ़ सकी। इसके आगे भी फ्लैट बनाने की तैयारी थी। जब पहले फ्लैट लोगों ने नकार दिए तो आगे की योजना रद्द कर दी गई। हालांकि एमआइजी के 20 मकान आवंटित होने से आरडीए को कुछ हिम्मत बंधी। अब, आठ और मकान व 28 भूखंड देने की योजना पर काम चल रहा है। इसमें प्राधिकरण को काफी उम्मीदें हैं। बिजली, पानी, सीवर, सड़क समेत हर सुविधाएं यहां पर हैं। मगर, खरीददार मकानों और भूखंडों में दिलचस्पी दिखाते हैं या नहीं, ये तो वक्त बताएगा। प्राधिकरण के सचिव एके राय का कहना है कि फ्लैट के लिए एक भी आवेदन नहीं आए हैं। भूखंडों के लिए आवेदन मांगे जा रहे हैं।

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फ्लैट को अफसरों की खातिर रखने की तैयारी

इस आवासीय परियोजना का काम वर्ष 2017 में शुरू हुआ था। सबसे पहले प्राधिकरण ने दो बीएचके और तीन बीएचके के आठ-आठ फ्लैट बनाए। एक की कीमत लगभग 26.28 लाख रखी गई तो दूसरे की 33.72 लाख। इनके बिकने के बाद मिलने वाले राजस्व को ही परियोजना में लगाने की योजना थी। मगर, एक भी फ्लैट नहीं बिका। कई बार पंजीकरण खोला गया। लेकिन, खाता भी नहीं खुल सका। एक भी आवेदन नहीं आए। हालांकि, किसी मेट्रो सिटी या दूसरे बड़े शहरों की अपेक्षा भले ही यह सस्ते हों, लेकिन यहां खरीददारों को ये लुभा नहीं सके। अंदरखाने से मिली जानकारी के मुताबिक अब आरडीए इन फ्लैट्स को अफसरों की खातिर रिजर्व रखने की सोच रहा है।

डिमांड सर्वे ने तोड़ी एलआइजी बनाने की हिम्मत

दो और तीन बीएचके के साथ एलआइजी के फ्लैट की एक अलग इमारत बनाने की योजना थी। चार मंजिल की इस इमारत में हर मंजिल पर 16-16 फ्लैट बनने थे। 12.46 लाख से लेकर 15.72 लाख रुपये एक फ्लैट की कीमत निर्धारित की गई। पूरी योजना बन चुकी थी। खरीददारों का इनके प्रति रुझान देखने के लिए प्राधिकरण ने डिमांड सर्वे कराया। मगर, एक भी आवेदन नहीं आया। इसके बाद प्राधिकरण की हिम्मत टूट गई। फिलहाल इस योजना को ही फाइलों में दबा दिया गया है।

31 जनवरी तक खुले हैं भूखंडों का पंजीकरण

इसी आवासीय परियोजना में प्राधिकरण ने भूखंड भी निकाले हैं। एचआइजी प्रथम, एचआइजी द्वितीय और एमआइजी के अलग-अलग वर्ग के इन भूखंडों की अलग-अलग कीमत है। फ्लैट न बिकने से बेहाल प्राधिकरण को इन भूखंडों से काफी उम्मीदें हैं। इनके पंजीकरण भी प्राधिकरण ने खोल रखे हैं। अब तक 42 लोग आवेदन फार्म खरीद चुके हैं, जबकि दो लोगों ने इन्हें आरडीए में जमा भी कर दिया। जिस तरह से फार्म बिक रहे हैं, उससे प्राधिकरण को आशा की किरण नजर आ रही है। अमोल विहार कॉलोनी पर एक नजर

स्थान : शहीद स्मारक रोड, रायबरेली

क्षेत्रफल : चार हेक्टेयर

भूखंड : संख्या-28, कीमत- 13 हजार रुपये प्रति वर्ग मीटर

टू बीएचके फ्लैट : संख्या-8, कीमत 26.28 लाख, एरिया-90 वर्गमीटर

तीन बीएचके फ्लैट : संख्या-8, कीमत-33.72 लाख, एरिया-115.6 वर्ग मीटर

एमआइजी मकान : संख्या-20, एरिया-123.20 वर्ग मीटर, कीमत-37.45 लाख

एमआइजी मकान : संख्या-8, एरिया-128 वर्ग मीटर, कीमत-38.38 लाख


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