बसने योग्य शहरों में महानगरों को पछाड़कर यूपी में रायबरेली चौथे स्थान पर
रायबरेली : अपना रायबरेली जिला सुविधाओं के मामले में महानगरों से कहीं बेहतर है। तभी तो
रायबरेली : अपना रायबरेली जिला सुविधाओं के मामले में महानगरों से कहीं बेहतर है। तभी तो आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय की ओर से जारी की गई बसने योग्य शहरों की सूची में रायबरेली को प्रदेश में चौथा स्थान मिला है। इसमें कई ऐसे महानगर भी पीछे छूट गए हैं, जो स्मार्ट सिटी के लिए चुने जा चुके हैं। वहीं, रामपुर प्रदेश का सबसे फिसड्डी शहर बन गया है।
बसने योग्य शहरों को लेकर भारत सरकार के आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय की ओर से सर्वे कराया गया था। इस सर्वे में देश के 111 शहरों को शामिल किया गया। इसमें पेयजल, साफ-सफाई, बिजली, शिक्षा, कूड़ा निस्तारण समेत कई ¨बदुओं को शामिल किया गया। सर्वे टीम ने मार्च और अप्रैल में सुविधाओं की हकीकत देखी। उसी के अनुसार रैं¨कग दी। सभी की अलग-अलग रैं¨कग के बाद ओवरऑल अंक निकाले गए। इसमें रायबरेली को देश में 49वां स्थान मिला। प्रदेश में चौथा और नगर पालिका क्षेत्र में पहले स्थान पर रहा। सबसे खराब स्थिति रामपुर की रही। वह सबसे अंतिम पायदान पर 111वें स्थान पर रहा। वहीं, आगरा, लखनऊ, कानपुर, बरेली, इलाहाबाद, मेरठ जैसे शहर भी इस रेस में पीछे रहे। यूपी में 10 बेहतर शहर
रैंक शहर प्रदेश में स्थान
33 वाराणसी 1
34 झांसी 2
46 गाजियाबाद 3
49 रायबरेली 4
55 आगरा 5
73 लखनऊ 6
75 कानपुर 7
81 बरेली 8
86 अलीगढ़ 9
89 मुरादाबाद 10 इन ¨बदुओं पर हुआ सर्वे
मंत्रालय की ओर से कराए गए सर्वे में कई ¨बदुओं को शामिल किया गया। सभी ¨बदु पर शहरों की संख्या के अनुसार अंक दिए गए। सबसे खराब पर 111 अंक और अच्छे को 1 अंक दिया गया। इन पैमानों पर हुई परख
-शिक्षा, शासन, सामाजिक संस्था, आर्थिक और भौतिक परिस्थितियां, साफ-सफाई, कूड़ा निस्तारण, कानून व्यवस्था, ई गवर्नेस, शिकायतों का निस्तारण, यातायात। नगर पालिका की ओर से बेहतर सुविधाएं दिलाने का प्रयास किया जा रहा है। अच्छी रैं¨कग सबके प्रयासों का नतीजा है। इसमें और अधिक सुधार किया जाएगा।
-पूर्णिमा श्रीवास्तव, अध्यक्ष, नगर पालिका परिषद स्वच्छता सर्वेक्षण के बाद रहन-सहन में भी शहर की स्थिति महानगरों से बेहतर हुई है। इसमें सभी का योगदान रहा है। जिन ¨बदुओं पर पिछड़ रहे हैं, उसमें कमियों को दूर किया जाएगा।
-मुशीर अहमद, अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका परिषद