रायबरेली मेरा घर, मैं आती रहूंगी : प्रियंका
रायबरेली यात्रा के दौरान अक्सर मीडिया से दूरी बनाए रखने वाली कांग्रेस की महासचिव प्रियंका
रायबरेली : यात्रा के दौरान अक्सर मीडिया से दूरी बनाए रखने वाली कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने इस बार बातचीत भी की। यह अलग बात है कि इसमें रायबरेली से अपने रिश्तों की बात दोहराई। आगमन से ठीक पहले हुए विरोध के सवाल पर वह बोलीं कि विरोध करने वाले करते रहें। रायबरेली मेरा घर है और मैं यहां आती रहूंगी। इसी के साथ उन्होंने होली के बाद आने की बात भी कही।
लखनऊ से प्रयागराज जा रहीं प्रियंका गांधी का सिविल लाइंस चौराहे पर कांग्रेसियों ने स्वागत किया। यहां तमाम मीडिया कर्मी भी एकत्र थे। कुछ देर पहले हुए हंगामे के कारण मीडिया की निगाहें सिर्फ प्रियंका के काफिले पर थीं। क्योंकि मारपीट और हंगामे के बाद प्रशासन भी सख्ती दिखा रहा था। यहां तक कि कांग्रेसियों से इस आयोजन के लिए परमीशन दिखाने की बात कही जा रही थी। इसी को लेकर कांग्रेसियों और अफसरों में गरमागर्म बातें हुई। इसी के बाद प्रशासन सबको वहां से हटाने लगा था। आशंका जताई जा रही थी कि शायद कांग्रेसियों को मिलने न दिया जाए, या फिर प्रियंका का काफिला ही न रुके, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। काफिला रुका। पदाधिकारियों ने प्रियंका का स्वागत किया। जाते-जाते मीडिया के कुछ सवालों के जवाब भी मिले।
इन्होंने किया स्वागत
शहर में कांग्रेस जिलाध्यक्ष वीके शुक्ला, नगर अध्यक्ष सईदुल हसन, विजय शंकर अग्निहोत्री, आशीष द्विवेदी, शैलजा सिंह, ओपी श्रीवास्तव, हिमांशू सिंह, लक्ष्मी सिन्हा, पंकज सोनकर, अजीत सिंह, राकेश सिंह राना, रवींद्र सिंह, धर्मेंद्र पाल सिंह गुलाटी, रोहित सिंह समेत अन्य लोग मौजूद रहे।
एक सप्ताह बाद मैं फिर आऊंगी
लखनऊ से चला प्रियंका गांधी का काफिला हरचन्दपुर कस्बे में रुका। यहां वह लगभग 5 मिनट तक रुकीं रहीं। कांग्रेसियों समेत नजदीक पहुंचे लोगों से हालचाल पूछा। ब्लॉक अध्यक्ष का नाम लेते हुए कहा कि कहां हैं पच्चू पासी। इस पर ब्लॉक अध्यक्ष उनके सामने आए। ब्लॉक अध्यक्ष से कहा चुनाव की तैयारियां चल रहीं हैं न। इसका उत्तर मिलता इससे पहले ही वह फिर से बोल पड़ी। कहा कि एक सप्ताह बाद मैं फिर वापस आऊंगी। कांग्रेसी बाबा रामचंद्र मिश्रा, अनूप अवस्थी, अरुण शंकर मिश्र, अविनाश से भी उन्होंने बातचीत की। इसके बाद काफिला गंगागंज में भी रुका। यहां मनोज श्रीवास्तव, अरविद सिंह आदि से वह मिलीं और हालचाल पूछा।