प्रियंका तक पहुंचाए गए 16 उम्मीदवारों के नाम
रायबरेली : कांग्रेस की निगाहें अब नगर पालिका रायबरेली के चुनाव पर आ टिकी हैं। सपा और
रायबरेली : कांग्रेस की निगाहें अब नगर पालिका रायबरेली के चुनाव पर आ टिकी हैं। सपा और भाजपा से सीधी लड़ाई के चलते चुनाव में कांग्रेस को कड़ी टक्कर मिलनी तय है। ऐसे में उम्मीदवार के रूप में स्वच्छ छवि वाले नेता को उतारने पर संगठन के पदाधिकारी मंथन कर रहे हैं।
रायबरेली नगर पालिका के लिए 16 उम्मीदवारों की सूची दिल्ली में प्रियंका गांधी को सौंपी जा चुकी है। प्रियंका ही तय करेंगी कि यहां से कौन कांग्रेस का चेहरा बनेगा। लोकसभा प्रभारी की जिम्मेदारी निभाने के बाद प्रियंका गांधी रायबरेली में निकाय चुनावों को लेकर सक्रिय हैं। 24 अक्टूबर को जिला संगठन के पदाधिकारियों के साथ प्रियंका ने दिल्ली में बैठक की। संगठन द्वारा प्रस्तावित उम्मीदवारों की सूची उन्हें सौंपी गई। सूची में दावेदारी करने वालों की संगठन में जिम्मेदारी, सदस्यता की समयावधि, समाज में प्रभाव आदि बातों का उल्लेख किया गया। चार नवंबर से नामांकन शुरू होना है। उम्मीदवार का नाम प्रियंका द्वारा ही घोषित किया जाना है। संभावना है कि अंतिम सूची सार्वजनिक करने से पहले दिल्ली में दोबारा बैठक हो। इसमें संगठन के जिम्मेदारों से सलाह मशविरा के बाद ही अंतिम निर्णय प्रियंका लेंगी।
अध्यक्षों को मिली पंचायत की जिम्मेदारी
वैसे तो रायबरेली नगर पालिका के साथ ही बछरावां, महराजगंज, लालगंज, डलमऊ और ऊंचाहार नगर पंचायतों में उम्मीदवार तय करने के लिए जिला संगठन मंथन कर रहा है। इसके लिए केंद्रीय कमेटी बनायी गयी। इसमें प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी, सदस्य, सांसद प्रतिनिधि, विधायक, विधान परिषद सदस्य, जिलाध्यक्ष व शहर अध्यक्ष को शामिल किया गया है। नगर पालिका के लिए शहर अध्यक्ष व नगर पंचायतों के लिए ब्लाक अध्यक्षों के पास आवेदन जमा कराए गए। केंद्रीय समिति ने ही वरीयता क्रम में सूची तैयार की और प्रियंका को सौंपी। नसीराबाद, परशदेपुर, सलोन संसदीय क्षेत्र अमेठी में आते हैं। इसलिए यहां अमेठी कांग्रेस द्वारा सूची तैयार की गई।
खोयी प्रतिष्ठा हासिल करना चुनौती
वर्ष 2006 से 11 तक कांग्रेस के राघवेंद्र प्रताप ¨सह नगर पालिका अध्यक्ष रहे। वर्ष 2012 में कांग्रेस ने उम्मीदवार नहीं उतारा। सपा प्रत्याशी मो इलियास ने जीत दर्ज की। इसके बाद निवर्तमान अध्यक्ष की पत्नी ने सपा से टिकट की दावेदारी पेश की है। सत्ताधारी पार्टी भाजपा की नजरें भी अध्यक्ष पद की कुर्सी पर टिकी हैं। प्रत्याशी चयन के लिए बाकायदा कोर कमेटी गठित कर उम्मीदवारों के दावों की गहन पड़ताल करायी जा रही है। ऐसे में कांग्रेस को नगर में अपनी खोयी प्रतिष्ठा वापस हासिल करने में कड़ी टक्कर मिल सकती है।
दो उम्मीदवारों में से एक की जीत
वर्ष 2012 के निकाय चुनाव में कांग्रेस ने डलमऊ और ऊंचाहार से उम्मीदवार उतारे थे। यहां डलमऊ से कंचन श्रीवास्तव को जीत मिली थी। वहीं, ऊंचाहार में कांग्रेस को शिकस्त झेलनी पड़ी। इस बार कांग्रेस सभी सीटों पर दावेदारी कर रही है।
सभी आवेदन लोकसभा क्षेत्र प्रभारी प्रियंका गांधी को सौंप दिए गए हैं। वही उम्मीदवारों के नाम की घोषणा करेंगी। 24 अक्टूबर को दिल्ली में बैठक के दौरान उन्हें दावेदारों के बारे में पूरी जानकारी दी जा चुकी है।
-वीके शुक्ल, जिलाध्यक्ष कांग्रेस