होली में थी शांतिभंग की आशंका, बकरीद में कर रहे पाबंद
लॉकडाउन का बहाना बना रहे जिम्मेदार सीओ बोले- होगी जांच
रायबरेली : स्थानीय पुलिस के खेल बड़े निराले हैं। कभी ट्रकों को पास देने के नाम पर वसूली में नाम आता है। कभी कोतवाली परिसर में शराब की बोतलें मिलती हैं। और तो और जनता से गलत बर्ताव के मामले तो रोज ही आते हैं। अब देखिए नया प्रकरण। होली के समय यहां की पुलिस को जिन लोगों से शांतिभंग की आशंका थी, उनको अब यानी बकरीद पर्व करीब आने पर मिनी गुंडा एक्ट के तहत पाबंद किया जा रहा है।
हाल ही में डलमऊ पुलिस ने मुहल्ला शेरंदाजपुर में नौ युवकों पर 107/16 की कार्रवाई की है। उन पर ये अंदेशा था कि होली के वक्त वे शांति व्यवस्था में खलल डाल सकते हैं। मतलब होली थी नौ मार्च को। कार्रवाई होनी थी होली के पहले। मगर, यहां की पुलिस को पता नहीं क्या सूझी कि अब उन्हें कार्रवाई करने की याद आई। इस संबंध में विभागीय जिम्मेदारों से पूछा गया तो उन्होंने लॉकडाउन की आड़ ली। कहा कि इसी वजह से उस वक्त हम कार्रवाई नहीं कर पाए। जब उनसे ये पूछा गया कि पर्व पर शांति रहे, इसके लिए पहले ऐसे लोगों को चिन्हित करके कार्रवाई की जाती है, जिनसे शांतिभंग की आशंका हो। अब कौन सी दिक्कत आन पड़ी की होली में अशांति की वजह बताकर अब पाबंद कर रहे हैं। इसका जवाब साहब नहीं दे सके।
बदमाशों से खतरा नहीं
डलमऊ पुलिस ने शांतिभंग की आशंका में जिन लोगों की सूची तैयार की है, उनमें से अधिकांश की कोई हिस्ट्रीशीट नहीं है। कई तो ऐसे हैं जिनके खिलाफ अब तक कोतवाली में तहरीर तक नहीं पड़ी। मगर, कई बदमाश ऐसे हैं जो सक्रिय हैं मगर, उनका नाम इस लिस्ट में नहीं है। जो पुलिस की कार्यशैली बताने के लिए काफी है।
कोट
पाबंद करने की कार्रवाई होली के पहले करनी थी न कि होली के बाद। हम इसकी जांच कराएंगे। जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
-अशोक सिंह, क्षेत्राधिकारी डलमऊ