संवेदनशील स्थलों पर पुलिस का पहरा, शहर में पैदल मार्च
फैसला आने के बाद शांतिपूर्ण रहा माहौल बंटी मिठाइयां छह जोन और 33 सेक्टरों में पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की रही तैनाती
रायबरेली : अयोध्या में विवादित ढांचा ध्वंस किए जाने के मामले में फैसला बुधवार को आ गया। सीबीआइ कोर्ट ने सभी आरोपितों को बरी कर दिया। भाजपा नेताओं ने खुशी में मिठाई बांटी। इस बीच शहर से लेकर गांव तक माहौल शांतिपूर्ण रहा। शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस और प्रशासनिक अफसर सजग दिखे।
इस अहम फैसले के आने बाद शांतिपूर्ण माहौल बना रहे, किसी तरह की अफवाह न फैलाई जाए, इन सभी बातों को लेकर मंगलवार की शाम ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने रूपरेखा तैयार कर ली। 24 घंटे का ड्यूटी प्लान बनाया गया। पूरे जनपद को छह जोन और 33 सेक्टरों में बांटा गया। संवेदनशील स्थलों पर नियमित ड्यूटी लगाई गई। सदर सर्किल में एक जोन और तीन सेक्टर बनाए गए, इसकी जिम्मेदारी सीओ सिटी अंजनी चतुर्वेदी और सिटी मजिस्ट्रेट युगराज सिंह को दी गई। दोनों अधिकारियों ने कहारों का अड्डा, किला बाजार, तेलिया कोट, तकिया मैदानपुर, घोसियाना, त्रिपुला समेत करीब दर्जनभर संवेदनशील वार्डों में पैदल मार्च किया। घंटाघर के पास मार्च के दौरान एएसपी नित्यानंद राय भी आ गए। शांति बनाए रखने के लिए लोगों को सचेत किया गया। थानों की फोर्स के साथ ही एक प्लाटून पीएसी और क्यूआरटी को भी लगाया गया।
टीवी पर टिकी रहीं निगाहें, फैसला आते ही बांटी मिठाई:ढांचा ध्वंस फैसले का इंतजार सभी को रहा। लोग सुबह से ही टीवी के सामने बैठ गए। जैसे ही फैसला आया, खासकर भाजपा के नेता, कार्यकर्ता और हिदूवादी संगठनों के सदस्य घरों से बाहर निकले और मिठाई खिलाकर खुशी का इजहार किया। विहिप के पूर्व जिलामंत्री जयदीप राजपाल, आदित्य त्रिपाठी, विनीत गुप्ता, आकाश गुप्ता आदि ने रेलवे स्टेशन पर मिठाई बांटी। लालगंज में पूर्व विधि एवं न्याय मंत्री गिरीश नारायन पांडेय, डीह में आरएसएस के जन जागरण विग के जिला संयोजक विनोद अग्रहरि ने सपरिवार टीवी पर फैसला देखा और सुना। जबकि डलमऊ मठ में ब्रम्हचारी व छात्र मोबाइल पर ही ये समाचार देखने के लिए निगाहें टिकाए रहे।