युवक डूबा नाले में, पुलिस खोज रही बचाव का रास्ता
जुआ की सूचना पर पहुंचे थे दारोगा और सिपाही जिन्हें देखकर लोग इधर-उधर भाग निकले मौके से चार को पकड़कर ले गई पुलिस नाले में खोजबीन का नहीं किया तात्कालिक प्रयास
रायबरेली : पुलिस जो चाहे वो कर सकती है। नसीराबाद की घटना इसकी एक बानगी भर है। रविवार की देर रात का मामला है। कुछ लोग मट्टन नाले के पास ताश खेल रहे थे। जुआ की सूचना पुलिस को थी। दारोगा और सिपाही सीधे धमक पड़े। भगदड़ मची। लोग नाले में कूद गए। जो तैरना जानते थे, वे निकले तो पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। उनका एक साथी कहां गया, इसकी चिता नहीं की। उसी वक्त पुलिस की संवेदनहीनता से नाराज लोगों ने सड़क जाम कर दी। अफसरों का दबाव पड़ा तो खोजबीन शुरू हुई। दूसरे दिन नाले से लाश बरामद हो गई।
पूरी घटना में पुलिसिया संवेदनहीनता की चर्चा वहां के लोगों की जुबान पर है। लेकिन, पुलिस इसे निपटाने में जुट गई है। मामले का पहला पहलू देखिए। जिसका शौहर नहीं रहा, उस पीड़िता ने तहरीर दी। जिसमें साफ कहा कि पुलिस देखती रही और पति डूब गया। बताया जाता है कि ये वही तहरीर है, जिसे विधायक की उपस्थिति में मजिस्ट्रेट को दिया गया था। इधर, सीओ सलोन राम किशोर सिंह सपाट कहते हैं कि 'पुलिस की कोई गलती नहीं है..वो तैरना नहीं जानता था, इस नाते डूब गया।' उनसे सवाल हुआ कि जब लोग जाम लगाए थे और पुलिस को लापरवाह कह रहे थे। उस वक्त नाले को क्यों नहीं खंगाला गया। उन्होंने कहा कि जब उसके साथी नहीं देख पाए तो पुलिस कैसे देख लेती? उन्होंने ये भी कहा कि उनके पास जो तहरीर है, उसमें परिवारजन ने बताया है कि लड़के का पैर फिसल गया था, इस नाते वो नाले में डूब गया था। अब जरा सोचिए कि जिसका सुहाग गया है, उसकी तहरीर में लिखा है कि उसका पति पुलिस के दौड़़ाने पर भागा और नाले में डूब गया। जबकि सीओ साहब को मिली तहरीर का मजमून ही बदल गया है। जिसमें पुलिस कहीं से तनिक भी दोषी उन्हें नहीं दिख रही है।
जांच के बाद होगी कार्रवाई
पुलिस कप्तान स्वप्निल ममगाईं कहते हैं कि पूरा प्रकरण संज्ञान में है। मामले की जांच एएसपी करेंगे। हम भी चाहते हैं कि सच्चाई सामने आए और अगर पुलिस तनिक भी लापरवाह या उसकी खामी मिली तो कार्रवाई निश्चित होगी। उन्होंने बताया कि सोमवार को पीड़ित परिवार के कुछ लोग मिले थे। उन्होंने एक तहरीर दी है।
कोट
परिवारजन ने जो तहरीर मजिस्ट्रेट को दी है। दारोगा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। वो थाने आएगी और फिर कार्रवाई होगी।
-दल बहादुर कोरी, विधायक सलोन