अब बिना रफ्तार घटाए रेलवे स्टेशन से गुजरेंगी ट्रेनें
रेलवे स्टेशन पर पुरानी पटरियों को बदलने का तेजी से चल रहा काम
रायबरेली : रेलवे स्टेशन पर बिना रुके गुजरने वाली ट्रेनों की रफ्तार अब घटाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। लोको पायलट चाहेंगे तो पूरी स्पीड से ट्रेनें निकल सकेंगी। इसके लिए यहां मेन लाइन बनाने का काम तेजी से चल रहा है।
यार्ड री-मॉडलिग का काम रेलवे स्टेशन पर जोरों से चल रहा है। प्लेटफार्म नंबर तीन की पुरानी रेललाइन और स्लीपर को बदलने का काम कराया जा रहा है। अफसरों का कहना है कि पुराने की अपेक्षा नए स्लीपर और रेललाइन अधिक मजबूत है। पहले पटरियां सिर्फ लोहे की बनती थीं। इस वक्त जो नई पटरी लगाई जा रही है, उसमें लोहे के साथ स्टील भी मिला हुआ है। स्टेशन अधीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि प्लेटफार्म नंबर तीन की लाइन को अब मेन लाइन बनाया जा रहा है। पहले यहां कोई मेन लाइन नहीं थी। दूसरी लाइनों से 15 किमी प्रति घंटे की स्पीड में ट्रेनें निकाली जाती थीं। मेन लाइन बनने के बाद ट्रेन 100 की स्पीड से भी स्टेशन पार करेगी तो दिक्कत नहीं होगी।
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क्या हैं मेन लाइन के फायदे
विभागीय अधिकारी बताते हैं कि मेन लाइन मुख्य रेलवे ट्रैक से सीधे जुड़ी होती है। बीच में कहीं ट्रेन को ट्रैक नहीं बदलना पड़ता। ऐसे में ट्रेन पूरी स्पीड से निकल जाती है। मेन लाइन न होने पर ट्रेन ट्रैक बदलकर दूसरी पटरी पर आती है, इसलिए उसकी रफ्तार कम कर दी जाती है। अन्यथा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है।
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बाल श्रम उन्मूलन अधिनियम का उल्लंघन
रेलवे स्टेशन परिसर में चल रहे निर्माण कार्य के दौरान बाल श्रम उन्मूलन अधिनियम की अनदेखी की जा रही है। यहां दो बच्चे रेल की पटरियों पर काम करते मिले। यह बात दीगर है कि जिम्मेदारों को यह नजर नहीं आ रहा है।