एनएचएआइ ने खोल दिए बीमारियों के रास्ते
रायबरेली : शहरवासियों की दुश्वारियां पहले से ही कम नहीं थी। एनएचएआइ ने इसे और बढ़ा दि
रायबरेली : शहरवासियों की दुश्वारियां पहले से ही कम नहीं थी। एनएचएआइ ने इसे और बढ़ा दिया। लापरवाही से बाइक सवारों की जान खतरे में है। अफसरों की ढिलाई ने सांस की बीमारी को लोगों तक पहुंचने का रास्ता सुलभ करा दिया है।
यहां हम बात कर रहे हैं शहर के सिविल लाइंस स्थित ओवर ब्रिज की। एनएचएआइ ने मरम्मत की खातिर सड़क पर बिछी बिटमिन की सतह को उखाड़ दिया गया। मगर, काम पूरा नहीं कराया। पुल की सतह पर गिट्टियां फैली हैँ। गड्ढों से बचकर निकलना पहले भी आसान नहीं था। मगर, अब इन गिट्टियों पर चलना तो उससे भी ज्यादा मुश्किल हो गया है। दिन भर ओवरब्रिज पर धूल उड़ती है। इससे एसपी कार्यालय, कलेक्ट्रेट, मनिका रोड, सिविल लाइंस समेत ओवरब्रिज के आसपास के तमाम इलाके प्रभावित हैं। अस्पताल में भर्ती रोगी हों या स्थानीय निवासी। हर कोई त्रस्त है। लोगों का कहना है कि एनएचएआइ ने मुसाफिरों की राह आसान नहीं की, बल्कि बीमारियों को उनका घर दिखा दिया है।
सड़क ने बढ़ा दिए सांस के रोगी
जिला चिकित्सालय के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. बीरबल का कहना है कि इस समय सांस के रोगियों की संख्या बढ़ी है। इसकी एक वजह शहर में सिविल लाइंस ओवरब्रिज की सड़क का खराब होना भी है। इस पर उड़ने वाली धूल आसपास के इलाकों में फैल रही है। धूल सांस नली में जाकर जम जाती है। जिससे सांस लेने में दिक्कत होती है। फिर यही रोग पूरे जीवन व्यक्ति का साथ नहीं छोड़ता। इसलिए इस समस्या को तत्काल संज्ञान लेकर दूर किया जाना चाहिए।
कोट
ओवरब्रिज की सड़क का निर्माण होना है। कार्यदायी संस्था निर्धारित है। काम शुरू हुआ था। मगर, किन्हीं कारणों से रुक गया। अब इसे पूरा कराने को कड़े निर्देश दिए हैं। एक या दो दिन में काम शुरू हो जाएगा।
-अब्दुल बासित
पीडी, एनएचएआइ