गंगा नदी में डूबी नाव, बाल-बाल बचे नाविक समेत 15 लोग
बीच मझधार में निर्माणाधीन पुल के एंगल से टकराने से बिगड़ा नाव का संतुलन
ऊंचाहार: खरौली घाट से गंगा नदी के उस पर नौबस्ताघाट जा रही नाव बीच मझधार में निर्माणाधीन पुल के एंगल से टकरा गई। इससे उसका संतुलन बिगड़ा और डूब गई। नाव सवार 15 लोगों ने पुल में लगी सरिया व एंगल आदि पकड़कर जान बचाई। मौके पर नाव लेकर पहुंचे दूसरे नाविक ने सभी को सुरक्षित घाट तक पहुंचाया।
बुधवार को दोपहर में चार मोटरसाइकिलों व एक साइकिल पर सवार समेत 14 लोग उक्त घाट पर पहुंचे। सभी लोग नदी पार कर फतेहपुर जिले के नौबस्ताघाट जाने के लिए नाव में सवार हो गए। नाव जैसे ही बीच धारा में पहुंची, तभी वह निर्माणाधीन पुल के एंगल से टकरा गई और उसका संतुलन बिगड़ गया।
दो-तीन बार लहराने के बाद नाव एकाएक पलटकर डूब गई। पास में निर्माणाधीन पुल की सरिया निकली थी। सभी ने किसी तरह सरिया, एंगल आदि पकड़ लिया। घाट किनारे से यह सब देख रहा दूसरा नाविक तत्काल नाव लेकर मौके पर पहुंच गया। सभी को सुरक्षित नाव में बैठाकर नौबस्ता घाट ले गया, जहां से सभी घर चले गए।
नाव डूबने की सूचना से प्रशासनिक अमले में खलबली मच गई। ऊंचाहार तहसीलदार व कोतवाल शिवशंकर सिंह घाट पर पहुंचे। तहसीलदार प्रतीत त्रिपाठी ने बताया कि पूरे तीर खरौली गांव निवासी नाविक महेश कुमार समेत सभी यात्रियों को फतेहपुर के नौबस्ता घाट तक सुरक्षित पहुंचाया गया है। नदी में डूबी नाव और मोटरसाइकिलों को निकालने के लिए गोताखोरों को बुलाया गया है।
नाव में इतने लोग थे सवार
फतेहपुर के इटैली निवासी अश्वनी कुमार व इनका बेटा अंकित, बेटी पूनम, ब्रजेश कुमार और इनका तीन वर्षीय बेटा ऋषभ और भाभी कमला देवी, रामदुलारी, शिवचरन, तारावती नाव में सवार थे। पूरे किसुनी निवासी धर्मेद्र निरूपशंकर पांडेय व इनकी पत्नी निशा पांडेय, सचिन पांडेय, रामकिशोर भी नाव पर थे। पूरेतीर खरौली निवासी महेश कुमार नाव चला रहे थे।