कस्तूरबा विद्यालयोंकी व्यवस्था होगी चकाचक
जासं, रायबरेली : देवरिया कांड के बाद आवासीय स्कूलों में रह रही छात्राओं की सुरक्षा क
जासं, रायबरेली : देवरिया कांड के बाद आवासीय स्कूलों में रह रही छात्राओं की सुरक्षा को लेकर शासन ने सख्ती दिखानी शुरू कर दी है। अब कस्तूरबा आवासीय स्कूलों में वार्डेन की मनमानी नहीं चलेगी। साथ ही हर छात्रा पर नजर रखी जाएगी। कौन कहां जा रहा है, कब जा रहा है, कौन मिलने आया हर गतिविधि पर नजर होगी। इसके लिए सभी कस्तूरबा स्कूलों को सीसीटीवी कैमरों से लैस करने के निर्देश के साथ ही दिन में चार बार शिक्षिकाओं, वार्डेन व छात्राओं की हाजिरी दर्ज कराने के भी निर्देश दिए गए हैं। सीसीटीवी यदि किसी कारण से बंद मिला तो वार्डेन पर कार्रवाई तय है।
जिले में 16 कस्तूरबा आवासीय विद्यालय हैं, लेकिन सभी की व्यवस्था बदहाल है। शायद ही किसी में सीसीटीवी ठीक ढंग से काम कर रहा हो। सर्व शिक्षा अभियान के परियोजना निदेशक वेदपति मिश्र ने डीएम व शिक्षा अधिकारियों को निर्देश की कॉपी भेज दी है। इसमें 15 निर्देश शामिल हैं। इसके तहत वार्डेन को हर छात्रा की प्रोफाइल बनानी होगा तथा उसमें उसके पिता का नाम व पता होगा। बीएसए को माह में एक बार, जिला समन्वयक को दो बार तथा खंड शिक्षा अधिकारी को चार बार इन स्कूलों का निरीक्षण करना होगा। वहीं, छात्राएं केवल अभिभावकों के साथ ही बाहर जा सकेंगी लेकिन इस दौरान उनके हस्ताक्षर जरूरी होंगे। रात के समय स्कूलों में वार्डेन, पूर्ण कालिक शिक्षिका व तीन रसोइया का होना अनिवार्य है। दो महिला होमगार्ड की भी तैनाती होगी। साथ ही रात में गश्त की भी व्यवस्था के लिए खंड शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए गए हैं। वार्डेन की गैर मौजूदगी में दो पूर्ण कालिक शिक्षिकाओं पर जिम्मेदारी होगी। हर छात्रा का परिचय पत्र बनवाया जाएगा। वहीं, सुबह 8 बजे से शाम पांच बजे तक अभिभावक बच्चियों से मिल सकते हैं। इसके बाद उनका प्रवेश बंद होगा। डीएम को देनी होगी रिपोर्ट
हर माह शिक्षा अधिकारी कस्तूरबा गांधी आवासीय स्कूलों में निरीक्षण के बाद पूरी रिपोर्ट डीएम को देंगे। खास बात यह है कि जब स्कूलों में सीसीटीवी की फुटेज चेक की जाएगी तो हर फुटेज को देखा जाएगा कि कहीं से भी फुटेज मिस तो नहीं है। अगर ऐसा मिला तो वार्डेन पर कार्रवाई होगी।