हत्या या आत्महत्या, हो रही दोनों की पड़ताल
ऊंचाहार (रायबरेली): क्षेत्र में साल की शुरुआत में हुए महंत के चर्चित हत्याकांड की पुलिस ने
ऊंचाहार (रायबरेली): क्षेत्र में साल की शुरुआत में हुए महंत के चर्चित हत्याकांड की पुलिस ने विभागीय जांच भी शुरू कर दी है। पुलिस महानिदेशक के निर्देश पर यह जांच हो रही है। महंत को मारा गया या उन्होंने सुसाइड किया दोनों ही इस पड़ताल के केंद्र ¨बदु है। ग्रामीणों से हुई पूछताछ भी कुछ इसी पर आधारित रही।
पुलिस महानिरीक्षक लखनऊ परिक्षेत्र एसके भगत ने चड़रई चौराहा निवासी शिव कुमार पांडेय, केवलपुर के लक्ष्मीकांत द्विवेदी, पूरे भूसई के आशीष तिवारी, बाबा का पुरवा के वीरेंद्र कुमार, राम जानकी मंदिर में रहने वाले होरीलाल, अंजनी कुमार और पुजारी गो¨वद दास को बयान दर्ज करने के लिए इन्हें लखनऊ स्थित आइजी कार्यालय बुलाया। मंगलवार को सभी लखनऊ पहुंचे। आइजी ने सामूहिक रूप से करीब 15 मिनट ग्रामीणों से बात की। फिर उनके गोपनीय सहायक ने हर व्यक्ति के बयान दर्ज किया।
शिव कुमार ने कहा, मिल रहीं धमकियां
ग्रामीण शिव कुमार पांडेय ने आइजी को बताया कि घटना के बाद लगातार धमकाया जा रहा है। दो बार हमले भी हो चुके हैँ। ग्रामीणों के मुताबिक आइजी ने न सिर्फ गवाहों को सुरक्षा देने का आश्वासन दिया। बल्कि यह भी कहा कि 15 दिन में जांच पूरी हो जाएगी। जो दोषी होगा उसे जेल जाना होगा।
ये है मामला
ऊंचाहार के बाबा का पुरवा स्थित राम जानकी मंदिर के महंत प्रेमदास का शव दो जनवरी को मंदिर के मुख्य गेट पर लटकता मिला। अमेठी के सगरा आश्रम के महंत मौनी स्वामी ने पंचशील महाविद्यालय के संचालक बीएन मौर्य समेत कई लोगों पर जमीन के विवाद में हत्या की एफआइआर दर्ज कराई थी।
चल रहीं हैं तीन जांचें
इस मामले में अब तीन जांचें चल रहीं हैं। एक दर्ज हत्या की एफआइआर की जांच एसपी लखनऊ देहात कर रहे हैं। दूसरी डीजीपी के आदेश पर आइजी लखनऊ कर रहे हैं। इसके अलावां हाईकोर्ट ने भी सीजेएम लखनऊ को जांच के आदेश दिए थे। सीजेएम पूरे प्रकरण का विधिक परीक्षण कर रहे हैं।