मामा के साथ चला और नानी से सुनी कहानी
रायबरेली वर्ष 2019 का चुनाव 19 साल के रेहान वाड्रा के लिए भी खास बन गया। उन्होंने भीड़ भ
रायबरेली : वर्ष 2019 का चुनाव 19 साल के रेहान वाड्रा के लिए भी खास बन गया। उन्होंने भीड़ भी देखी और मामा-नानी का पर्चा दाखिला भी। राजनीतिक सीढ़ी पर कैसे चढ़ा-उतरा जाता है, यह भी कलेक्ट्रेट की सीढ़ी पर सोनिया गांधी को चढ़कर जाते और उतरकर आते देखा। उन्होंने यह भी देखा कि राहुल गांधी अपनी मां सोनिया गांधी का कैसे-कैसे साथ देते हैं। मां की रणनीति और पिता का नजरिया भी करीब से देखा।
कांग्रेस की महासचिव और पूर्वी यूपी की प्रभारी प्रियंका वाड्रा के बेटे रेहान इस बार चर्चा में आ गए। क्योंकि दो दिन से वे लगातार राजनीति का ककहरा पढ़ रहे हैं। साथ ही चुनावी गणित करीब से देख समझ रहे हैं। बुधवार को उन्होंने तपती धूप में अमेठी में रोड शो में अपने मामा राहुल गांधी का साथ निभाया था। वहां भी उन्होंने भीड़ से लेकर प्रबंधन तक को गहराई से जाना। रात में रायबरेली के भुएमऊ गेस्ट हाउस में रुके। जहां सोनिया गांधी के नामांकन की तैयारियां चल रही थीं। उसे भी देखा समझा। फिर गुरुवार की सुबह फिर उन्हीं राजनीतिक रंगों को निहारा। करीब साढ़े बारह बजे मम्मी-पापा के साथ कचहरी रोड़ स्थित कांग्रेस के केंद्रीय कार्यालय पहुंचे। जहां उनकी ददिया नानी इंदिरा गांधी भी पूजा-अर्चना करके ही नामांकन को जाती थीं। वर्तमान में यहां इंदिरा के पुराने चुनावी रणनीतिकार पंडित गया प्रसाद शुक्ल (गुरुजी) के बेटे जगदीश शुक्ल रहते हैं। रेहान ने पूजा-अर्चना में हाथ जोड़े। फिर वे सीधे कलेक्ट्रेट पहुंचे। जहां नामांकन कक्ष के बाहर खड़े हो गए। वहां उन्होंने एक ओर मीडिया का जमावड़ा देखा, तो दूसरी ओर अफसरशाही का अंदाज। फिर, मीडिया के सवालों को नानी-मामा द्वारा उत्तर देते भी देखा। इसके बाद माता-पिता के साथ फोटो खिचवाई। यहीं पर कुछ क्षणों के लिए सोनिया गांधी ने रेहान को कुछ कहानी भी बताई। कैमरे चमकते देख प्रियंका गांधी ने रेहान के हाथों को अपने हाथों से जकड़ लिया। इसी दौरान राबर्ट वाड्रा भी खड़े होकर फोटो खिचवाते रहे।