व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त, अमन-चैन कायम
रायबरेली लगातार पुलिस की चौकसी और अमन पसंद लोगों की अपील का नतीजा है कि शहर सहित ि
रायबरेली : लगातार पुलिस की चौकसी और अमन पसंद लोगों की अपील का नतीजा है कि शहर सहित जिलेभर में अमन चैन कायम है। रविवार को पोस्टरबाजी करने वालों की तलाश में खाकी जुटी जरूर मगर, उतने तहेदिल से नहीं कि उसे परिणाम मिल जाए। इधर, सुबह पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती पर सुपर मार्केट में सपाई इकट्ठा हुए तो इतनी पुलिस पहुंच गई कि कुछ देर के लिए वहां के व्यापारी भी सकते में आ गए। थोड़ी देर बाद ही माहौल वहां सामान्य हो गया।
19 दिसंबर से पुलिस जिस रौ में है, उसमें अभी कोई फेरबदल नहीं किया गया है। अफसर पहले दो दिन जिस तरह दौड़ते रहे, अब वो फर्राटा कम हुआ है। लेकिन, जो प्वाइंट संवेदनशील और अतिसंवेदनशील हैं, उन पर वही अफसर और वही फोर्स सतत निगाह रखे हुए है। रविवार छुट्टी के बाद सोमवार को यूं तो सरकारी दफ्तर खुले, लेकिन स्कूल और कॉलेज बंद रहे। सरकारी कार्यालयों में भी उतनी चहल-पहल नहीं दिखी जो आम दिनों में दिखाई पड़ती थी। उसका कारण ये है कि कई विभागों के अफसर सेक्टर, जोनल मजिस्ट्रेट बनने के साथ ही सुरक्षा की खातिर अलग-अलग जगहों पर तैनात किए गए हैं। ऐसे में बिना हाकिमों के दफ्तर में खास रौनक नहीं रही। बाजार में पूरी तरह चहल-पहल रही, सब्जी मंडी हो, सुपर मार्केट या फिर सिविल लाइंस, सब जगह सड़कें भीड़ से पटी रहीं।
कहारों के अड्डे पर डटे रहे एएसपी
दोपहर में एक अफवाह उड़ी कि कहारों के अड्डे की तरफ से बस स्टाप और घंटाघर आने वाले रास्ते को पुलिस ने बंद कर दिया है। मगर, ऐसा कुछ नहीं था। सूचना पर मीडिया के लोग वहां पहुंचे जरूर, जहां सामान्य स्थिति दिखाई पड़ी। यहां पर सुरक्षा की जिम्मेदारी अपर पुलिस अधीक्षक नित्यानंद राय खुद संभाले हुए थे।
खाकी को नेट दे रहा सहारा
बवाल वाले जिलों में सरकार ने इंटरनेट सुविधा बंद कर रखी है। जिससे वहां के लोग खासे परेशान हैं। लेकिन, रायबरेली में नेट का सदुपयोग देखना हो तो उन रास्तों से गुजर जाइए, जिनके खास स्थानों पर पुलिसबल की तगड़ी तैनाती है। सर्दी के मारे ज्यादातर वर्दीधारी वाहनों में बैठे रहते हैं। चाहे जिप्सी हो बोलेरो या अन्य सरकारी वाहन, इनमें नजर डालिए तो हर शख्स के हाथ एंड्रायड फोन और उस पर थिरकती उंगलियां दिखाई पड़ेंगी। तभी तो लोग कह रहे थे कि इंटरनेट का असली आनंद तो इस खास ड्यूटी के लोग उठा रहे हैं।
कोट
अभी हम विशेष सतर्कता बरत रहे हैं। अग्रिम आदेशों तक फोर्स तैनात रहेगी। माहौल शांत है। उन लोगों को ट्रेनिग भी दी जाएगी जो विभिन्न विभागों के जिम्मेदार अफसर हैं। शांति व्यवस्था की ड्यूटी में उन्हें लगाया गया है। मैं खुद शहर में घूमकर हालात पर नजर रख रहा हूं।
-स्वप्निल ममगाईं, पुलिस अधीक्षक