आशियाने की राह में जमीन का नहीं होगा रोड़ा
पूर्व एमएलसी देंगे अनापत्ति प्रमाणपत्र जल्द बनेंगे आवास पॉलीथिन के नीचे गुजर बसर कर रहे पीएम आवास के लाभार्थी
रायबरेली : आशियाने की चाहत में कच्चे घर गिरा दिए। उम्मीद थी कि जल्द ही उनका सपना साकार हो जाएगा। इसी दौरान जमीन का पेंच फंसा। पूर्व एमएलसी ने हस्तक्षेप किया तो नगर पंचायत क्षेत्र के गरीबों की मुश्किलें बढ़ गई। कई महीनों से परिवार संग पॉलीथिन के नीचे जीवन यापन करने को विवश लोगों की अब मुश्किल आसान होने वाली है। अब जमीन रोड़ा नहीं बन सकेगा।
ऐसा अफसरों के बीच पूर्व एमएलसी राकेश प्रताप सिंह की सहमति से हुआ है। बताते हैं कि डलमऊ में पूर्व एमएलसी राजा राकेश प्रताप सिंह की भूमि है। जिस पर लोगों के पुस्तैनी आवास बने हुए हैं। यहां के लोगों ने पीएम आवास के लिए आवेदन किया। जिसकी स्वीकृति के बाद कई आवासों की प्रथम किस्त जारी कर दी गई थी। जिसके बाद लाभार्थियों ने कस्बा घर गिराकर निर्माण शुरू करा दिया था। इसी बीच पूर्व एमएलसी ने इसे अपनी भूमि बताकर अफसरों से आपत्ति दर्ज कराई थी। जिसके बाद वहां के लाभार्थियों की किस्त रोक दी गई। सर्दी, गर्मी और अब बरसात में पूरा परिवार किसी तरह पॉलीथिन के नीचे रहने को विवश है।
रविवार को दूर हो जाएगी बाधा
नगर पंचायत अध्यक्ष पं. बृजेश दत्त गौड़ ने बताया कि बुधवार को डीएम से मिलकर पीएम आवास मामले में बात हुई। वहीं से पूर्व एमएलसी और स्थानीय विधायक धीरेंद्र बहादुर सिंह से बात हुई। जिस पर तय हुआ कि रविवार को पूर्व एमएलसी कस्बे के लोगों के आवास निर्माण में आ रही बाधा को दूर करने के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र देंगे। इस दौरान विधायक व पीओ डूडा भी मौजूद रहेंगे।
कोट
मेरी भूमि को कुछ लोग अपनी समझ रहे थे। लेकिन, अब उन्हें भी जानकारी हो गई कि यह मेरी भूमि है। गरीबों को खुले आसमान में न रहना पड़े। इसलिए पात्र गरीब परिवारों को आवास बनाने के लिए रविवार को अनापत्ति प्रमाणपत्र दिया जाएगा।
-राकेश प्रताप सिंह, पूर्व एमएलसी