आरेडिका में पहली बार गूंजा 'जय श्रीराम'
जासं, रायबरेली : आधुनिक रेल डिब्बा कारखाना रविवार को कुछ नई चीजों से भी रूबरू हुआ।
जासं, रायबरेली : आधुनिक रेल डिब्बा कारखाना रविवार को कुछ नई चीजों से भी रूबरू हुआ। यूं तो 11 साल उसे बने हुए हो गए। मगर, वहां कभी भी 'जय श्रीराम' के नारे नहीं गूंजे। भगवा झंडे और पर्दे शायद कभी इतनी बड़ी संख्या में नहीं लगाए गए। जलसे कई हुए होंगे, लेकिन ऐसा जलसा भी पहले नहीं हुआ। क्योंकि आज प्रधानमंत्री, राज्यपाल, मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष सब मौजूद थे और पूरे माहौल पर अगर कुछ तारी था तो वह था 'जय श्रीराम' का नारा। भारत माता के जयकारे भी कुछ अलग माहौल बना रहे थे।
सुबह का वक्त था। रायबरेली से लालगंज की दूरी करीब 35 किलोमीटर है। ज्यों-ज्यों सूरज तन रहा था, त्यों-त्यों भीड़ इसी सड़क को भर रही थी। साढ़े 10 बजे तक तो लालगंज का वह इलाका खचाखच हो गया, जहां सभा होनी थी। बस, यहीं से नारेबाजी का भी उफान दिखाई पड़ने लगा। पीएम जब मंच पर आए तो भी यह नारे गूंजे। लोगों की उम्मीदें जवां हुई कि शायद मंच से भी जवाबी संवाद मिले। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। मंच से भारत माता के जयकारे तो खूब हुए, पर भीड़ का जवाब नहीं मिला।