महिलाओं की आड़ में फलफूल रहा अवैध शराब कारोबार
लालगंज (रायबरेली): क्षेत्र में अवैध शराब का कारोबार कुछ गांवों में कुटीर उद्योग की तरह फ
लालगंज (रायबरेली): क्षेत्र में अवैध शराब का कारोबार कुछ गांवों में कुटीर उद्योग की तरह फलफूल रहा है। यह बात पुलिस के आंकड़ों से ही साबित हो जाती है। कभी भी अवैध शराब पकड़ी जाती है, तो गिने चुने गांवों के नाम ही सामने आते हैं। अभी तक शराब के साथ केवल आदमी पकड़े जाते थे, लेकिन पिछले कुछ मामलों में महिलाओं की भूमिका भी मिली। इस बात से भी इन्कार नहीं किया जा सकता कि महिलाओं की आड़ में कारोबार तेजी से आगे बढ़ रहा है। कोतवाली क्षेत्र के ग्राम मजहरगंज मजरे बहाई, पूरे गुलाब मजरे सेमरपहा, पूरेओरी मजरे महाखेड़ा, पिलखा, पश्चिमी सातनपुर आदि ऐसे गांव हैं जहां शराब बनाई व बेची जाती है। जब कभी उच्चाधिकारियों के निर्देश पर अवैध शराब पकड़ने का अभियान चलाया जाता है, तो इन गांवो में जरूर पकड़ी जाती है। पिछले एक पखवारे की बात करें तो 30 जनवरी को पूरे गुलाब गांव निवासिनी गीता पत्नी शंकरलाल को अवैध शराब के साथ पकड़ा गया। 9 फरवरी को सरला पत्नी दयाराम व माया पत्नी भारत ¨सह निवासिनी पूरे गुलाब मजरे सेमरपहा, शांती पत्नी रामलखन निवासिनी पूरे तिवारी मजरे लालूमऊ, गुड़िया पत्नी लाला व माया पत्नी बुद्धीलाल निवासिनी पूरेओरी मजरे महाखेड़ा के पास से अवैध देशी शराब बरामद हुई थी। उन सभी के खिलाफ कोतवाल कंचन ¨सह ने मुकदमा भी दर्ज कराया है।
पुलिस की कार्रवाई का कम होता भय
अवैध शराब से जुड़े कारोबारियों का मानना है कि महिलाओं पर कोई शंका नहीं करता। पुलिस भी कार्रवाई करने से कतराती है। यदि पकड़ भी गईं आमतौर पर उन्हें छोड़ दिया जाता है, लेकिन महिला कोतवाल कंचन ¨सह ने महिला सिपाहियों के साथ इस मंशा को तार-तार कर दिया। शराब के साथ संलिप्त महिलाओं पर कार्रवाई की। इससे यह बात खुलकर सामने आ गई कि इस कारोबार में आधी आबादी की भूमिका है।